PATNA : एनडीए गठबंधन पर बयानबाजी करना मुंगेर के लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष को भारी पड़ गया। पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुंगेर के जिला अध्यक्ष राघवेंद्र भारती की छुट्टी कर दी है। पार्टी के प्रधान महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी ने जिला अध्यक्ष को पद मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NDA के कुनबे के बिखरने का खतरा बढ़ने के बीच पार्टी ने ये बड़ा कदम उठाया है। एनडीए के अंदर सीटों के मचे घमासान के बीच एलजेपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी नेताओं को स्पष्ट संकेत दे दिया है कि एनडीए पर किसी तरह की बयानबाजी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मसले पर केवल चिराग पासवान ही कुछ भी कहेंगे।
पार्टी ने मुंगेर जिलाध्यक्ष के उस बयान को गंभीरता से लिया है जिसमें उन्होनें कहा है कि एनडीए गठबंधन अटूट है। पार्टी द्वारा कहा है कि पार्टी के सख्त दिशा निर्देशों के बावजूद उन्होनें ये बयान दिया है जबकि पार्टी द्वारा इस गठबंधन के मसले पर फैसला लिया गया है कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लेंगे। इस मसले पर पार्टी के जिलाध्यक्ष को बोलने की आवश्यकता नहीं थी। पार्टी के इस स्टैंड से साफ समझा जा सकता है कि पार्टी के अंदर किस कदर तल्खियां बढ़ गयी हैं।
पिछले दिनों एनडीए के अंदर पिछले दिनों चिराग पासवान ने सीटों को लेकर जिस तरह के तेवर दिखाए थे उसके बाद से एनडीए के अंदर सभी पार्टियों के बीच दूरियां बढ़ गयी है। खासकर जेडीयू और एलजेपी के रिश्ते तल्ख होते चले जा रहे हैं। चिराग पासवान ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग में यहां तक कह दिया था कि बदले समीकरणों के बीच भी चुनाव में उतरना पड़ सकता है।उन्होनें कह दिया था कि LJP के नेता-कार्यकर्ता इस चुनाव में किसी भी परिस्थिति का सामना करने को तैयार रहें। बिहार में हमारे मौजूदा गठबंधन का स्वरूप बदल सकता है। जरूरत पडी तो पार्टी को अकेले चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार रहना चाहिये। हमारे नेता अभी से ही इन तमाम बिन्दुओं को ध्यान में रख कर तैयारी शुरू कर दें।
बता दें कि रविवार को भूपेंद्र यादव ने दिल्ली में चिराग पासवान से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान चिराग पासवान ने सीटों के बंटवारे पर बात करने से भी इंकार कर दिया था। चिराग ने साफ कर दिया था कि वे चाहते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के एजेंडे में LJP के बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट एजेंडे को भी शामिल किया जाना चाहिये। अगर बिहार में एनडीए की तीन पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी तो NDA के एजेंडा किसी एक व्यक्ति या पार्टी का एजेंडा नहीं होना चाहिये। लोक जनशक्ति पार्टी ने जनता के सामने जो बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट का विजन रखा है उसे भी एनडीए के चुनावी एजेंडे में शामिल किया जाये।
सूत्रों की मानें तो भूपेंद्र यादव से बातचीत में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के रवैये को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की थी। चिराग ने कहा था कि गठबंधन की पार्टी होने के बावजूद नीतीश कुमार लोक जनशक्ति पार्टी को कोई तवज्जो नहीं दे रहे हैं। नीतीश कुमार की ओर से बार-बार ऐसा मैसेज दिया जा रहा है जिससे लग रहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी सत्तारूढ गठबंधन का हिस्सा ही नहीं हो। वहीं इस बीच भूपेन्द्र यादव ने सीएम नीतीश कुमार से भी मुलाकात की है।