PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी में छिड़े घमासान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने चुप्पी साध ली है. मंगलवार को सोनपुर रेफरल अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे तेजप्रताप यादव ने इस दौरान मीडिया से बातचीत की. लोक जनशक्ति पार्टी की टूट पर उन्होंने मीडिया के सवालों से दूरी बना ली और कहा कि वह लोजपा को जानते तक नहीं.
मंगलवार को बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव पटना से सारण, सिवान और गोपालगंज दौरे पर निकले. तेजप्रताप यादव ने सोनपुर अनुमंडल अस्पताल, अमनौर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मरौढ़ा रेफ़रल अस्पताल और तरैया रेफ़रल अस्पताल का निरीक्षण किया. सोनपुर अस्पताल का निरीक्षण कर लौटते समय तेजप्रताप मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि बिहार के सारे अस्पताल कोमा में जा चुके हैं.
तेजप्रताप यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा की अस्पताल प्रबंधक को पता होता है कोई मंत्री विधायक आने वाला है. तो उस समय व्यवस्था कर दी जाती है. मंत्री-नेता जब चले जाते हैं तो वही व्यवस्था चरमरा जाती है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों के बेड का स्थिति ठीक नहीं है. मरीजों के लिए दवाई, इंजेक्शन और ऑक्सीजन की भी व्यवस्था नहीं है.
तेजप्रताप ने ट्वीट कर लिखा कि 'बात ऐसी है कि 16 साल वाली सुशासनी सरकार की “पागल विकास” हर जगह से ढ़ह-ढ़ह के गिरने लगी है. हवाओं में सरकार चलाते हैं नीतीश कुमार, क्योंकि धरातल पर तो अस्पतालों की हालत नर्क से भी बदतर है. 16 साल की तथाकथित सुशासन में विकास पगलाया हुआ है..! साहिब..! ये जनता झेल रही है आपको, अतः शर्माइये और लोक-कल्याण में इस्तीफ़ा दिजीए..! हर अस्पतालों का हाल बिहार के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री के जैसा है “बिल्कुल सोया हुआ”।"