DELHI : लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की है. ओम बिड़ला से मुलाकात करने पहुंचे चिराग पासवान के साथ उनकी पार्टी के प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एके बाजपेई के अलावे प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी भी मौजूद रहे हैं.
लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के दौरान चिराग पासवान ने एलजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के फैसले के बारे में उन्हें जानकारी देते हुए एक पत्र सौंपा है. इसमें कार्यकारिणी की तरफ से पशुपति पारस समेत पांच सांसदों को निष्कासित किए जाने का फैसला भी शामिल है. चिराग पासवान ने इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया है कि वह एलजेपी संसदीय दल के नेता को लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और उसमें बदलाव करें.
चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी के पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एके बाजपाई, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकात की. मैंने इन्हें पहले भी पत्र लिखकर उनके फैसले पर एक बार विचार करने का आग्रह किया था. आज मैंने सामने से मिलकर उनके सामने अपनी बातें रखीं कि आखिरकार क्यों उन्हें एक बार रिव्यु करने की जरूरत है.
चिराग ने कहा कि उन्होंने पार्टी से निलंबित सांसद पशुपति कुमार पारस को लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता के रूप में मान्यता दी है. यह गलत है. लोक जनशक्ति करती के संविधान इस बात की इजाजत नहीं देता. हमारी पार्टी का संविधान स्पष्ट रूप से यह कहता है कि लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा या विधान परिषद में गतिविधि पर लोजपा की संसदीय कमिटी ही तय करेगी. जब मैं भी नेता सदन बना था तो पार्टी के संसदीय बोर्ड ने ही यह तय किया था. मैंने उस समय भी लोकसभा अध्यक्ष को उस पत्र की प्रतिलिपि सौंपी थी.