Laxmi Puja: सफलता एकादशी व्रत का पारण शुक्रवार, 27 दिसंबर को होगा। इस दिन पौष कृष्ण द्वादशी तिथि, विशाखा नक्षत्र, धृति योग, और कौलव करण के शुभ संयोग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जो भक्त आज सुबह 7:12 बजे से व्रत का पारण करेंगे, वे भगवान विष्णु की कृपा से पापमुक्त होकर मोक्ष प्राप्ति के भागी बनेंगे। व्रत का पारण करने से पूर्व स्नान करें, नियमित पूजा करें और दान दें। यह व्रत शुभ कार्यों में सफलता और आध्यात्मिक उन्नति का द्वार खोलता है।
लक्ष्मी पूजा का विधान:
शुक्रवार को शाम के समय प्रदोष काल में माता लक्ष्मी का विशेष पूजन करने का विधान है। यह माना जाता है कि इस समय माता लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं।
पूजन सामग्री:
लाल गुलाब और कमल के फूल
लाल सिंदूर और अक्षत
धूप, दीप, नैवेद्य, पीली कौड़ियां
बताशे और सफेद मिठाई
श्री सूक्त और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। श्री यंत्र की पूजा करके धन, वैभव और समृद्धि में वृद्धि की जा सकती है।
शुक्र दोष निवारण:
यदि कुंडली में शुक्र ग्रह दोष है, तो शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनें और चावल, चीनी, दूध, मोती, चांदी जैसे सफेद पदार्थों का दान करें। इससे शुक्र ग्रह मजबूत होता है और जीवन में भौतिक सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
पंचांग के अनुसार शुभ समय:
सूर्योदय: सुबह 6:45 बजे
चंद्रोदय: रात 8:10 बजे
राहुकाल: सुबह 10:30 से 12:00 बजे
सर्वार्थ सिद्धि योग: दिनभर
सफलता एकादशी और लक्ष्मी पूजा के इन विशेष अवसरों पर पूजा-अर्चना कर आप अपने जीवन में सुख, शांति और सफलता प्राप्त कर सकते हैं। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से आपका हर कार्य सफल होगा।