PATNA : नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली के आइलेट 2025 का रिजल्ट जारी हुआ । लॉ प्रेप पटना के छात्रों ने क्लैट एग्जाम के बाद वापस से आइलेट एग्जाम में परचम लहराया है। लॉ प्रेप पटना के नमन सिंह ने आल इंडिया में 16 रैंक प्राप्त कर बिहार झारखंड बंगाल टॉपर बना। उसे 123 मार्क्स प्राप्त हुआ है। वहीं तीन राज्य बिहार झारखंड बंगाल में दूसरा स्थान यश वर्धन का रहा। जिसे ऑल इंडिया रैंक 21 रहा है और देश में आल इंडिया केटेगरी रैंक 1 रहा है।
इसके अलावा अहाना को आल इंडिया रैंक 43 रहा। सोनू कुमार को आल इंडिया रैंक 66 और आल इंडिया केटेगरी रैंक 4 जबकि कार्तिकेय मिश्रा को आल इंडिया रैंक 95 प्राप्त हुआ है। तुषित को आल इंडिया रैंक 4 ईडब्ल्यूएस है। प्रियांक सिन्हा को आल इंडिया रैंक 15 EWS है और रुद्रवीर सिंह को आल इंडिया रैंक 20 प्राप्त हुआ है।
मालूम हो कि नमन सिंह पटना के रहने वाला है। नमन और यश दोनों अपने पूरा सफलता का श्रेय अपने संस्थान लॉ प्रेप पटना और अभिषेक सर को समस्त फैकल्टी को देता है। उसने बताया कि कड़ी मेहनत करके आइलेट में सफलता प्राप्त की जा सकती है ।अभिषेक गुंजन ने बताया संस्थान के अन्य बच्चे जिन्होंने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली में जगह बनाई वो है तुषित, प्रियांक, मानसी सागर, प्रियंजली, रुद्रवीर सिंह, कार्तिकेय मिश्र ।
अभिषेक ने बताया बिहार के इतिहास में पहली बार इतने बड़ी संख्या में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली पर बिहार के बच्चों का कब्जा रहा है। 120 सीट्स में 16 सीट्स पर लॉ प्रेप पटना के कब्जा रहा है। बच्चों के कामयाबी से उनके संस्थान में उत्साह का माहौल है। संस्था के डायरेक्टर अभिषेक गुंजन ने बताया कि यह हमसब के लिए गौरव का पल है। सफल छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय लॉ प्रेप के अनुशासित शैक्षणिक परिवेश और शिक्षकों के छात्रों के प्रति समर्पण को दिया है। सफल छात्रों ने बताया कि सिलेबस की समाप्ति के बाद संस्था के ओर से मॉक टेस्ट ने परीक्षा के डर को पूरी तरह समाप्त कर दिया था। अभिषेक ने बताया लगातार पांच वर्षों से संस्थान लगातार टॉपर देती आ रही है।
जबकि आल इंडिया रैंक 16 पटना का नमन ने कहा कि क्लैट और आइलेट दोनों में बेहतर रैंक प्राप्त करना था। इसके लिए 10 से 12 घंटे की स्टडी किया। करीब 60 से अधिक मॉक टेस्ट सिलेबस खत्म करने तक दिया, करंट अफेयर्स को हर रोज करता रहा। कमजोर विषय पर फोकस किया। लॉ प्रेप पटना के द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन की।
मॉक में कभी-कभी कम स्कोर प्राप्त हुआ लेकिन कम स्कोर की बजहों को जाना और उस पर मेहनत की। कभी हार नहीं माना। सफलता का श्रेय संस्था लॉ प्रेप पटना को देना चाहता हूँ। लगातार फैकल्टी का मार्गदर्शन मिलता रहा. इसके कारण बेहतर कर पाया। जबकि यश वर्धन ने बताया कि क्लैट एग्जाम के साथ आइलेट एग्जाम को आराम से फ़ोकस किया जा सकता है। एनालिटिकल रीजनिंग पर बस एक्स्ट्रा फोकस करना होता है। मॉक और क्लास शीट को सीरियस ले उनके बदौलत। आप नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पहुँच सकते है
इसके अलावा अहाना ने बताया कि मोबाइल परअधिक समय न देकर कोचिंग द्वारा दी गयी मटेरियल पर ज्यादा समय देना होगा। मॉक को एनालिसिस करना न भूले। तुषित के संस्थान द्वारा अंतिम 90 दिन की दी गयी सिड्यूल ने पूरा एग्जाम को आसान बना दिया। उसको फोल्व कर आज क्लैट के साथ आइलेट मे भी जगह पक्का बनाया हूँ।