लालू को बेल पर JDU के बोल- परिवार वाले ज्यादा इतराये नहीं, जल्द ही फिर जेल जायेगा चारा खाना वाला शेर

लालू को बेल पर JDU के बोल- परिवार वाले ज्यादा इतराये नहीं, जल्द ही फिर जेल जायेगा चारा खाना वाला शेर

PATNA : आऱजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेल पर जेडीयू की प्रतिक्रिया आयी है. जेडीयू ने कहा है कि लालू-राबडी परिवार औऱ समर्थक ज्यादा खुश नहीं हों. इतरायें नहीं. लालू प्रसाद यादव चारा खाने वाले शेर हैं जो फिर पिंजड़े में बंद होने वाला है यानि वे फिर जेल जाने वाले हैं. वैसे भी लालू यादव कोई स्वतंत्रता संग्राम में जेल नहीं गये थे जो उनके परिवार के लोग जश्न मना रहे हैं.


जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता का बयान
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि लालू यादव कोई जंग जीत कर नहीं आये हैं और ना ही स्वतंत्रता की लड़ाई लड़कर जेल से रिहा हो रहे हैं. फिर उनके परिवार के लोग किस बात का जश्न मना रहे हैं.  लालू यादव घोटाले में सजायाफ्ता हैं, कोर्ट ने उन्हें बरी नहीं किया सिर्फ जमानत दी है. लेकिन राजद के लोग तो ऐसे जश्न मना रहे हैं जैसे कोई ऐतिहासिक काम हो गया है.


फिर जेल जायेंगे लालू
संजय सिंह ने कहा है कि लालू को कोर्ट से मिली जमानत का जश्न उस दिन काफूर हो जाएगा जब चारा घोटाले के अगले केस की सुनवाई होगी और फिर लालू यादव को जेल जाना होगा. सारी खुशियों पर उस दिन विराम लग जाएगा जब डोरंडा कोषागार में घोटाले के मामले पर सुनवाई होगी.  शायद लालू यादव को शेर कहने वाले लोगों को यह पता नहीं है कि अभी भी कई मामलों में लालू यादव जमानत पर हैं और केस की सुनवाई चल रही है. कुछ दिन यह लोग जश्न मना लें, लेकिन जैसे ही डोरंडा कोषागार मामले में सुनवाई होगी, उसके बाद लालू यादव को वापस जेल जाना ही होगा.


जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि लालू यादव के परिवार वाले अपने लोगों को जरा स्पष्ट रूप से यह बताएं कि लालू यादव जेल में क्यों गए थे? उन्हें कोर्ट ने सजा क्यों सुनाई थी? क्या वजह थी कि वह कैदी नंबर 3351 क्यों बने थे? परिवार वाले यदि लालू यादव को शेर बता रहे हैं तो वह शेर पिंजरे में क्यों था? आखिर इस शेर में क्या खासियत थे ?


जेडीयू मुख्य प्रवक्ता ने कहा है कि  पूरे बिहार के लोगों को इस बात को समझना चाहिये कि लालू यादव वो शेर हैं जो चारा खाता था. पशुओं के चारे के पैसे की चोरी करता था. घोटाला करता था. इस शेर ने सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ी है इसने अपने परिवार की लड़ाई लड़ी है कि परिवार को कैसे प्रमुख पदों पर बैठाया जाए. परिवार के लोगों को कैसे अमीर बनाया जाए. इसने अपने ही समाज के लोगो से अवैध रूप से जमीन लिखवाए. इसीलिए तो आज तेजस्वी यादव से लेकर उनकी बेटियों के पतियों पर भी ईडी ,आईटी का केस चल रहा है.  जो लोग शेर कह रहे हैं वह बताएं कि यह शेर आएगा तो इन लोगों को कैसे बचाएगा ?