PATNA : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने एक बार फिर से नीतीश कुमार को दोस्ती करने का ऑफर दिया है और कहा है कि वो हमारे साथ आना चाहते हैं तो हमारा दरवाजा खुला हुआ है। हालांकि, नीतीश कुमार ने इस ऑफर को सिरे से खारिज कर दिया है। इसके बाबजूद अभी जो सुर उठे थे वापसी का वो थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में अब लालू के बेहद करीबी सांसद मनोज झा की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होने कहा कि - लालू यादव का दिल बहुत बड़ा है। हमने नीतीश कुमार को सपोर्ट किया था। लेकिन उन्होने बिना बताए और बेवजह पाला बदल लिया। कभी नीतीश भी हमारे ही कारवां के हिस्सा थे।
मनोज झा ने कहा कि एक मीडिया एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि - लालू यादव का दिल बहुत विशाल है। कभी न कभी तो हमारे ही कारवां का हिस्सा थे नीतीश जी। हम लोगों ने सपोर्ट किया था। लेकिन उन्होने बाद में क्या किया? बिना बताए, बिना वजह... अब इधर मन नहीं लग रहा। अब उधर जाएंगे। मन लगने वाली राजनीति में उन्होने जो एक शैली विकसित की है। जिसके सूत्रधार भी वही हैं। और कर्णधार भी वही हैं।
मालूम हो कि, इससे पहले बीते कल लालू यादव ने कहा था कि- नीतीश कुमार दोबारा महागठबंधन में आएंगे तो देखेंगे. दरवाजा तो हमेशा खुला ही रहता है. लालू यादव के इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे थे। यह कहा जाना शुरू हो गया था कि नीतीश कुमार फिर से वापसी करेंगे और उनका नाता एक बार फिर से मोदी और शाह की जोड़ी से टूट जाएगा। या फिर नीतीश कुमार ने अंदरखाने में कुछ प्लानिंग की है क्या? इस तरह के तमाम सवाल राजनीतिक गलियारों में चल रही थी। इस बीच नीतीश कुमार इस तमाम कयासों पर पूर्णविराम लगा दिया है।
नीतीश कुमार ने आज राजधानी पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि- -लालू के बयान का कोई मतलब नहीं है। हम लोग इधर आ गए हैं और आराम से काम कर रहे हैं। अब हमको कहीं भी नहीं जाना है। अब एनडीए में ही रहेंगे। हालांकि, इससे पहले 15 जनवरी को विधानसभा में लालू यादव और सीएम नीतीश कुमार का आमना-सामना हुआ था। इस दौरान नीतीश गर्मजोशी के साथ लालू से मिले थे। और लालू का हाल पूछा था। लालू राज्यसभा चुनाव में राजद उम्मीदवारों के नामांकन में हिस्सा लेने के लिए आए हुए थे। और नीतीश कुमार नए स्पीकर नंदकिशोर यादव से मुलाकात कर बाहर निकल रहे थे।