PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर लालू प्रसाद से जुड़ी हुई सामने आ रही है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब नौकरी घोटाले में फंस गए हैं। उस घोटाले में सीबीआई को जांच करने की इजाजत मिल गई है। दरअसल,आरोप है कि लालू प्रसाद ने केंद्र में रेल मंत्री रहते हुए कई लोगों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। इस मामले में सीबीआई लालू के ठिकानों पर पहले छापेमारी भी कर चुकी है।
आरोप है कि लालू ने रेल मंत्री रहते हुए पटना और बिहार के 12 लोगों को अपने पद का दुरूपयोग करते हुए रेलवे में नौकरी दे दी थी। इसके एवज में लालू प्रसाद ने नौकरी पाने वाले लोगों से अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना में जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। सीबीआई का दावा है कि जमीन की मामूली कीमत चुका कर लालू प्रसाद की पत्नी पर्व सीएम राबड़ी देवी, उनकी मीसा भारती और और लालू की एक और बेटी हेमा यादव ने नाम पर प्लॉट की रजिस्ट्री कराई गई थी।
रेलवे में जिन पदों पर 12 लोगों की नियुक्ति की गई उसके लिए न तो किसी तरह का विज्ञापन निकाला गया था और ना ही रेलवे को इसकी कोई जानकारी दी गई थी। इस मामले में केस दर्ज करने के बाद CBI की टीम ने लालू और उनके परिवार से जुड़े लोगों के 16 ठिकानों पर कुछ महीने पहले छापेमारी की थी। इस मामले में सीबीआई की कोर्ट ने लालू प्रसाद के खिलाफ जांच करने का आदेश दे दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब एक बार फिर लालू प्रसाद की मुसिबत बढ़ने वाली है।