GOPALGANJ : बीते दिनों विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने खुद प्रचार किया था लेकिन इसके बावजूद उनके उम्मीदवारों की जीत नहीं हो पाई थी। अब लालू यादव के परिवार को पंचायत चुनाव में झटका लगा है। लालू यादव के परिवार की बहू पंचायत चुनाव में हार गई हैं। खबर उनके पैतृक गांव फुलवरिया से है। फुलवरिया पंचायत में मुखिया पद के लिए चुनाव में उतरी लालू परिवार की बहू को हार का सामना करना पड़ा है।
लालू के बड़े भाई की पौत्रवधु हारीं
पंचायत चुनाव के छठे चरण में फुलवरिया पंचायत के लिए भी मतगणना का काम पूरा हो गया। फुलवरिया पंचायत से लालू यादव के बड़े भाई मगरू यादव की पौत्रवधू सावित्री देवी उम्मीदवार थीं। सावित्री देवी ना केवल चुनाव हार गई बल्कि वह चौथे नंबर पर रहीं। फुलवरिया पंचायत से मुखिया पद के लिए अल्ताफ हुसैन में जीत हासिल की है। अल्ताफ हुसैन को 1765 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर जटाशंकर सिंह रहे। जटाशंकर सिंह को 1331 मत हासिल हुए तीसरे नंबर पर 808 वोट के साथ अनवर हुसैन अंसारी रहे। जबकि लालू परिवार की बहू सावित्री देवी को केवल 705 वोट मिले। लालू परिवार की हार उनके ही पैतृक गांव में बेहद चौंकाने वाली खबर है। एक दौर था जब लालू यादव का नाम जिसके साथ जुड़ जाता था उसके साथ जीत खुद ब खुद चली जाती थी लेकिन आज पंचायत चुनाव में उनके परिवार को गांव के अंदर ही झटका लग गया।
लालू परिवार के बारे में जानिए
दरअसल लालू प्रसाद यादव का पैतृक गांव फुलवरिया है। ज्यादातर लोगों को यह बात मालूम है कि लालू यादव अपने गांव से हमेशा जुड़े रहे हैं। वह बिहार के मुख्यमंत्री रहे या फिर केंद्र में रेल मंत्री लालू अपने गांव को कभी नहीं भूले। लालू यादव कुल 6 भाई हैं। मंगरु यादव लालू यादव के बड़े भाई हैं। मंगरु यादव के पोते सुदीश यादव की पत्नी सावित्री देवी मुखिया पद के लिए उम्मीदवार बनी थीं। पंचायत चुनाव के छठे चरण में फुलवरिया पंचायत के अंदर वोटिंग हुई और शनिवार को चुनाव नतीजे भी सामने आ गए। इसी चुनाव में अल्ताफ हुसैन ने जीत हासिल की। फर्स्ट बिहार ने अल्ताफ से जब बात की तो उन्होंने अपनी जीत पर खुशी जताई। नवनिर्वाचित मुखिया अल्ताफ का कहना है कि अब लोग विकास चाहते हैं, इसलिए लालू परिवार फुलवरिया जैसे पंचायत में भी कोई फैक्टर नहीं रह गया। जाहिर है लालू परिवार की बहू का पंचायत चुनाव में हार जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।