PATNA: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। लंबे वक्त से बीमार लालू का इलाज रिम्स के पेइंग वार्ड में चल रहा था। हाल हीं में उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया है। लालू को रिम्स निदेशक मे शिफ्ट किये जाने की वजह कोरोना संकट को बताया गया है हांलाकि लालू के बंगले पर बवाल बढ़ गया है।
पहले विरोधी हमलावर थे अब उनको रिम्स निदेशक के बंगले से होटवार जेल शिफ्ट किये जाने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की गयी है। मनीष कुमार ने अपने अधिवक्ता मनोज टंडन के माध्यम से यह पीआईएल दाखिल की है। आॅनलाइन दाखिल की गयी इस पीआईआल को लेकर याचिकाकर्ता के वकील मनोज टंडन ने कहा कि लालू चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं ऐसे में उन्हें रिम्स निदेश के बंगले में शिफ्ट किया जाना जेल मैन्युल का उलंघन है।
याचिकाकर्ता के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के आदेश का हवाला भी दिया है। उन्होंने कहा कि 1998 में जब लालू इस मामले में आरोपी थे तो उनकी गिरफ्तारी हुई थी तो बीएमपी गेस्ट हाउस में उन्हें जेल बनाकर रखा गया था बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में आया तो लालू को बीएमपी से बेउर जेल भेज दिया गया था। जब लालू को आरोपी थे तो उन्हें बेउर जेल भेज दिगा था तो फिर सजायाफ्ता होते हुए लालू रिम्स निदेशक के बंगले में कैसे रह सकते हैं।