ब्रेकिंग न्यूज़

Priyanka Gandhi Rally: सीमांचल में फेल होगा मोदी का प्लान! पूर्णिया में प्रियंका की हुंकार; NDA के दावों की खुलेगी पोल Bihar Land Survey : बिहार भूमि सर्वें में लागू हुई नई व्यवस्था, अब बिना ज़मीन पेपर भी मिलेगा मालिकाना हक Bihar News: बिहार चुनाव से पहले केंद्र के बड़ी सौगात, पीएम मोदी ने किया मखाना बोर्ड का ऐलान BIHAR ELECTION : बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव हुए अमित शाह, इन नेताओं संग बैठक कर बनाएंगे ख़ास रणनीति; तेजस्वी को लेकर भी तैयार हुआ प्लान Bihar News: भीषण सड़क हादसे में 2 की मौत, 4 की हालत नाज़ुक NITISH KUMAR : विश्वकर्मा जयंती पर CM नीतीश ने इन लोगों को दिया बड़ा तोहफा, निर्माण मजदूरों को मिलेंगे 5000 रुपए दुर्गा पूजा से पहले सरकार का बड़ा तोहफा, समय से पहले वेतन-पेंशन और भत्तों का भुगतान Patna Metro: रेड लाइन पर पहली बार दौड़ी पटना मेट्रो, CMRS ने किया सुरक्षा निरीक्षण PM Modi 75th Birthday : पीएम नरेंद्र मोदी 75 वर्ष के हुए, बिहार के CM नीतीश कुमार ने दी जन्मदिन की बधाई; सम्राट चौधरी बोले– आधुनिक भारत के विश्वकर्मा New Roads: ₹43 करोड़ की लागत से यहाँ कई सड़कों का निर्माण, बिहार के लोगों को बड़ी राहत

लालू की मुश्किल बढ़ी, होटवार जेल भेजने को लेकर हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल

1st Bihar Published by: Updated Mon, 31 Aug 2020 04:47:26 PM IST

लालू की मुश्किल बढ़ी, होटवार जेल भेजने को लेकर हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल

- फ़ोटो

PATNA: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। लंबे वक्त से बीमार लालू का इलाज रिम्स के पेइंग वार्ड में चल रहा था। हाल हीं में उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया है। लालू को रिम्स निदेशक मे शिफ्ट किये जाने की वजह कोरोना संकट को बताया गया है हांलाकि लालू के बंगले पर बवाल बढ़ गया है। 

पहले विरोधी हमलावर थे अब उनको रिम्स निदेशक के बंगले से होटवार जेल शिफ्ट किये जाने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की गयी है। मनीष कुमार ने अपने अधिवक्ता मनोज टंडन के माध्यम से यह पीआईएल दाखिल की है। आॅनलाइन दाखिल की गयी इस पीआईआल को लेकर याचिकाकर्ता के वकील मनोज टंडन ने कहा कि लालू चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं ऐसे में उन्हें रिम्स निदेश के बंगले में शिफ्ट किया जाना जेल मैन्युल का उलंघन है।  



याचिकाकर्ता के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के आदेश का हवाला भी दिया है। उन्होंने कहा कि 1998 में जब लालू इस मामले में आरोपी थे तो उनकी गिरफ्तारी हुई थी तो बीएमपी गेस्ट हाउस में उन्हें जेल बनाकर रखा गया था बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में आया तो लालू को बीएमपी से बेउर जेल भेज दिया गया था। जब लालू को आरोपी थे तो उन्हें बेउर जेल भेज दिगा था तो फिर सजायाफ्ता होते हुए लालू रिम्स निदेशक के बंगले में कैसे रह सकते हैं।