ललन सिंह ने अमित शाह को बड़का झुट्ठा गृह मंत्री बताया, JDU अध्यक्ष ने दी सलाह-इतना घबराना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं

ललन सिंह ने अमित शाह को बड़का झुट्ठा गृह मंत्री बताया, JDU अध्यक्ष ने दी सलाह-इतना घबराना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं

PATNA: जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की लखीसराय रैली के बाद उन पर जमकर हमला बोला। ललन सिंह ने अमित शाह को बड़का झुट्ठा गृह मंत्री बताता। कहा कि लखीसराय में आज इन्होंने रैली को संबोधित किया है लेकिन इस दौरान अमित शाह इतने घबराए हुए थे कि उनके मुंह से लखीसराय की जगह मुंगेर निकल रहा था। ललन सिंह ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी का क्या हश्र होने वाला है इसका अंदाजा अमित शाह को शायद लग गया है। इसलिए अमित शाह घबराए हुए है। ललन सिंह ने कहा कि इतना घबराना देश के गृह मंत्री के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। ट्विटर के माध्यम से ललन सिंह ने अमित शाह पर जोरदार हमला बोला है। 


अपने ट्विटर अकाउंट पर ललन सिंह ने लिखा है कि "बड़का झुट्ठा पार्टी (B.J.P) के बड़का झुट्ठा गृह मंत्री माननीय अमित शाह जी, लखीसराय में जुमलेबाज़ी करने से पहले आपको अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए था...! आपको चुनौती है- साबित कीजिए कि मुंगेर में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलवाने में केंद्र सरकार का एक रुपया भी लगा है ! मुंगेर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की योजना का प्रतिफल है और इसमें सत् प्रतिशत राज्य सरकार का रुपया लगा है, इसमें केंद्र सरकार का एक रुपया भी नहीं लगा है। श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की उपलब्धि भी श्री नरेंद्र मोदी जी के नाम करने का साहस कोई झुट्ठा व्यक्ति ही कर सकता है ! 


यदि साहस है तो बताइए कि "हर घर नल का जल योजना" में केंद्र सरकार का कितना रुपया लगा है ? इस योजना के लिए केंद्र सरकार के ऑफर को नीतीश सरकार ने ठुकरा दिया और एक ₹ भी केंद्र की सरकार से नहीं लिया। अपने धन से राज्य सरकार ने 2015 में सात निश्चय योजना के तहत इसे बिहार में करवाया। मुंगेर और बेगूसराय को जोड़ने वाला पुल श्री नरेंद्र मोदी सरकार की नहीं बल्कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार की देन है। 


फुलवामा में सीआरपाएफ़ के 40 जवानों की शहादत पर जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन लेफ़्टिनेंट गवर्नर श्री सत्यपाल मल्लिक जी के खुलासे पर आप मौन क्यों हैं ? शायद आज आप अधिक तनाव में थे, इसलिए नीतीश सरकार की उपलब्धियों को भी अपने खाता में डाल रहे थे। ऐसा आप ही कर सकते हैं और यही देश के साथ भी कर रहे हैं। आखिर आप इतने घबराए हुए क्यों थे कि लगातार आपके मुंह से 'लखीसराय' की जगह 'मुंगेर' निकल रहा था...? माना कि आपको आगामी लोकसभा चुनाव में अपने हश्र का अंदाजा है, लेकिन इतना घबराना देश के गृह मंत्री के स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं है...!