DESK: लखीमपुर खीरी हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। इस मामले पर चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और हीमा कोहली की बेंच कल सुनवाई करेगी। वही अब से कुछ देर बाद राहुल और प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे जो हिंसा में मारे गये किसानों के परिजनों से मिलेंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर ज़िला मुख्यालय से क़रीब 75 किलोमीट दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में रविवार को हुई हिंसा और आगज़नी में आठ लोगों की मौत हुई है। इनमें चार किसान और चार अन्य लोग शामिल हैं। चार अन्य लोगों में दो बीजेपी कार्यकर्ता और दो ड्राइवर हैं। इनके अलावा 12 से 15 लोग घायल भी हैं।
घटना से आक्रोशित किसानों ने यह आरोप लगाता कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने गाड़ी से कुचलकर किसानों को मार डाला। किसानों के इस आरोप को मंत्री और उनके बेटे ने गलत बताया। उनका दावा है कि वे दोनों मौके पर मौजूद ही नहीं थे। किसानों ने केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की तो वही मौके से भागकर जान बचाने वाले बीजेपी नेता सुमित ने भी अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। हालांकि इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में चल रहे हंगामे के बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी चार कांग्रेस नेताओं के साथ लखनऊ हवाई अड्डे से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। कुछ देर बाद सभी लखीमपुर पहुंचेंगे। लखीमपुर पहुंचकर वे मृतक के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
छत्तीसगढ़ और पंजाब की सरकार ने लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये देने की घोषणा की है। वही उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि जो भी लखीमपुर हिंसा मामले में दोषी होंगे। वह चाहे राजा हो या रंक उनके खिलाफ़ क़ानून के मुताबिक़ कार्रवाई की जाएगी। यूपी के लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री के बेटे की जीप किसानों पर चढ़ाने के मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा समेत 15-20 अज्ञात लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया गया है।