GOPALGANJ: बिहार की सियासत के सबसे बड़े धुरंधर लालू प्रसाद खाने के काफी शौकीन हैं। लजीज व्यंजन देख लालू बेकाबू हो जाते हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि खुद लालू ने इसका खुलासा किया है। तीन साल बाद अपने पैतृक गांव फुलवरिया जाने से उत्साहित लालू ने गोपालगंज में अपने दिल की बात कह दी।
दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लंबे समय से कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित रहे हैं। बीमारी के कारण खाने पीने की चीजों में उन्हें काफी परहेज भी करना पड़ता है। सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लालू डॉक्टरों के बताए फूड चार्ट को फॉलो तो करते हैं लेकिन कभी-कभी लजीज व्यंजन को देख उनका मन डाल जाता है। करीब तीन साल बाद अपने गृह जिला पहुंचने से उत्साहित आरजेडी सुप्रीमो ने सबके सामने अपने मन की बात कह दी।
लालू ने कहा कि, ‘आपलोग तो जानते ही हैं कि किडनी के रोग से ग्रसित थे। हमारी बेटी रोहिणी आचार्या जो सिंगापुर में रहती है उसने मुझे जीवन दान दिया। बिना अपनी जान की परवाह किए रोहिणी ने अपनी किडनी हमको डोनेट किया। दुनिया के सबसे बड़े डॉक्टर जो चीन के रहने वाले हैं उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट किया। तीन चार महीना तक वहां रूके और डॉक्टर ने जब छोड़ा तो अपने देश वापस लौट आए। डॉक्टर के सुझाव को फॉलो कर रहे हैं लेकिन जीभ चटोरी के कारण कभी कभी डॉक्टरों के गाइडलाइन का उल्लंघन भी हो जाता है’।
बता दें कि लालू खाने और खिलाने के काफी शौकीन रहे हैं। पिछले दिनों मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद राहुल गांधी ने दिल्ली में मीसा भारती के आवास पहुंचकर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। इस दौरान आरजेडी चीफ लालू प्रसाद ने राहुल गांधी का गर्मजोशी के साथ गले लगाकर स्वागत किया था। सियासी बातचीत के बाद राहुल ने बिहार के खास चंपारण मीट का भी लुत्फ उठाया। राहुल के लिए खुद लालू प्रसाद शेफ बने थे और बिहारी स्टाइल में मटन बनाकर उन्हें खिलाया था और उन्हें चंपारण मटन की रेसपी भी बताई थी।