' लेडी सुपरवाइजर को जुत्ता से मारो ....,'ओवैसी के विधायक का विवादित बयान, कहा - महिला सुपरवाइजर का पुआल चोर जैसा करें ट्रीटमेंट

' लेडी सुपरवाइजर को जुत्ता से मारो ....,'ओवैसी के विधायक का विवादित बयान, कहा - महिला सुपरवाइजर का पुआल चोर जैसा करें ट्रीटमेंट

PURNIYA : बिहार के राजनेता इन दिनों क्या बोले जा रहे हैं, उन्हें खुद भी मालूम नहीं चल रहा है। विपक्षी दल तो दूर सत्तारूढ़ दल के नेता भी आवेश में आकर कुछ भी बोले जा रहे हैं जो बाद में जाकर उन्हें खुद ही विवादित नजर आता है। लेकिन,बाबजूद इसके यह कारवां थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला किशनगंज से निकल कर सामने आया है। यहां ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के विधायक ने विवादित बयान दिया है। 


मिली जानकारी के अनुसार, किशनगंज के अंबेडकर टाउन हॉल के समीप,ICDS विभाग की सेविका और सहायिकाओं के द्वारा बिहार राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन के बैनर तले पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी थी। उसी दौरान जब सेविकाओं ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दें  समाहरणालय में मिलने पहुंची तो उन्हें डीएम से मिलने नहीं दिया गया। इतना ही नहीं आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी कर्मियों के साथ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी जया मिश्रा के द्वारा दुर्व्यवहार कर बाहर का रास्ता दिखाया गया।


वहीं, इन आंगनवाड़ी सेविकाओं के निवेदन पर धरना स्थल पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के विधायक अख्तरुल ईमान ने सेविका के साथ हुए दुर्व्यवहार का विरोध कर बड़ी बात कह डाली है। उन्होंने कहा कि -  एक एक आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को महिला पर्यवेक्षिका डरा धमका कर सेंटर के गरीब बच्चों के मुंह से नेवाले छीनकर दो दो हजार रुपये हर माह अवैध वसूली करती है।उन्होंने कहा गरीब के बच्चें के नेवाले पर जो डाका डाले,आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का शोषण करें, वैसे ICDS विभाग के महिला पर्यवेक्षिका के साथ वैसे सलूख करनी चहिए जैसा कि एक गांव में पुआल चोरी के आरोप में पकड़े गए पुआल चोर को जूता मार कर किया जाता है।


इसके साथ ही अख्तरुल ईमान ने खुला मंच से  सेविकाओं की भीड़ को उकसाया और कहा कि महिला पर्यवेक्षिका की ट्रीटमेंट पुआल चोर की तरह करें । वही उन्होंने सेविकाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर जिला पदाधिकारी से मिलकर शिकायत करने की बात कही। जब मामले को लेकर ICDS विभाग की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बोलने से बचते नजर आए।