PATNA: मामला राजधानी पटना का है, जहां गांधी मैदान के पास स्थित रीजेंट सिनेमा कॉल के पीछे रहने वाले आतिफ आजाद की तीन साल की बेटी तानिया उर्फ लाडो का सौदा कर दिया गया। 10 साल का शिबू, जो उसके मकान में किराए पर रहता था, लड़की को तीन दिन पहले बहला-फुसलाकर ले गया। इसके बाद उसने पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 10 पर रहने वाली एक भिखारिन को दे दिया। अगले दिन उसे पोस्टल पार्क गली नंबर दो में रहने वाली एक महिला से 500 रुपए में बेच दिया। पुलिस ने शिबू और उस महिला को पकड़ लिया है। हालांकि बच्ची बरामद नहीं हो सकी है। शिबू का पिता शिबुल उद्योग भवन के पास किताब दुकान में काम करता था।
लाडो के पिता भी किताब दुकान में काम करते थे। थानेदार सबी उल हक ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है। लाडो के चाचा आसिफ ने बताया कि कई मोहल्लों में खोजने के बाद जब बच्ची नहीं मिली तो पीरबहोर थाने में गुमशुदगी का सनहा दर्ज करा दिया, पर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। शुक्रवार को रीजेंट सिनेमा से कुछ दूरी पर बाकरगंज में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में उस बच्ची को ले जाते शिबू की तस्वीर दिखी। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस शिबू को लेकर उस भिखारिन और बच्ची को खरीदने वाली महिला के घर ले गई। महिला का घर बंद था। ताला तोड़वाया गया तो 10-12 जोड़ा बच्चे के कपड़े मिले। में आधार कार्ड व अन्य सामान भी मिला। बाद में उस सिनेमा हॉल के कर्मियों ने ही उस महिला को रात में पुलिस के हवाले कर दिया।