Bihar News: बिहार में निगरानी का तगड़ा एक्शन, रिश्वत लेते एक दिन में दबोचे गए 5 घूसखोर Bihar Train News: खत्म होगा कंफर्म टिकट मिलने का झंझट, बिहार के इन 8 स्टेशनों से चलेगी अमृत भारत एक्सप्रेस VIRAL VIDEO : ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में हंगामा, कांग्रेस नेता के कार्यक्रम में अभद्र नारेबाजी; सोशल मीडिया पर बवाल BIHAR NEWS : मुंगेर हादसा: रील्स बनाते समय बस से टकराई बाइक, दो किशोरों की मौत, एक गंभीर घायल World Record T20: खतरे में क्रिस गेल का विश्व रिकॉर्ड, सबसे ज्यादा रनों के मामले में यह दिग्गज बनेगा नंबर 1 ROHTAS BIRTHDAY PARTY : RJD विधायक के घर बर्थडे पार्टी में महिला की मौत. परिवार बोला - MLA ने पूछा तक नहीं Bihar PDS shops : बिहार सरकार का बड़ा फैसला: PDS दुकानदारों का कमीशन 47 रुपए बढ़ा, अब जारी हुआ यह आदेश pm narendra modi : बिहार के सबसे बड़े बिजली घर बनने का रास्ता साफ, इस दिन PM मोदी करेंगे शिलान्यास Bihar News: बिहार में बिजली स्टोरेज को लेकर नई क्रांति, 15 ग्रिड सब-स्टेशनों में शुरू हुआ काम Bihar News: छात्रा की मौत के बाद पटना पुलिस पर पत्थराव, सब-इंस्पेक्टर घायल; सड़क जाम
1st Bihar Published by: Updated Sun, 18 Dec 2022 11:51:16 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: छपरा जहरीली शराब कांड में लगातार मौतों के आंकड़े बढ़ रहे हैं। अब एनएचआरसी की टीम ने बिहार आकर मामले की जांच करने की बात कही है। इसको लेकर अब कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने एनएचआरसी की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा है कि छपरा जहरीली शराब कांड में जो मौत हुई है उसकी जांच के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को कहा है कि वह बिहार जाए और जांच करे। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी जांच एजेंसी की जांच से दिक्कत नहीं है लेकिन एनएचआरसी का काम है मानवाधिकार के उल्लंघन की जांच करना। क्या बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से जो मौत हुई है वह मानव के अधिकार का उल्लंघन है?
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि अगर उल्लंघन हुआ है तो राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग हरियाणा में उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों में भी जहरीली शराब पीने से मौत हुई है तो उसकी जांच क्यों नहीं कर रही? ऐसा लग रहा है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी अब उस होड़ में अपने आप को शामिल करना चाहती है जहां केंद्रीय एजेंसियां केंद्र सरकार और नरेंद्र मोदी के निर्देश पर काम कर रही है।
मिश्रा ने कहा कि जब बिहार में शराब बंदी लागू है तो शराब पीना या जहरीली शराब पीना अपराध है तो गैर कानूनी काम में लिप्त आचरण से किसी की मौत हुई है जो दुखद है। तो यह मौत मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है। एनएचआरसी को जांच से पहले इन बिंदुओं को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या जहरीली शराब पीना या शराब पीना या गैरकानूनी काम करना मानवाधिकार का उल्लंघन है ?
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को अविलंब वापस चले जाना चाहिए और इस तरह का ठप्पा एनएचआरसी अपने माथे पर ना लगाएं ताकि लोग बोलना शुरू कर दें कि एनएचआरसी भी ईडी और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों की तरह सरकार के इशारे पर काम करती है। एनएचआरसी को मानवाधिकार के उल्लंघन की ही जांच करनी चाहिए। शराब पीने से हुई मौत मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है। वह भी बिहार में जहां बिहार सरकार खुद कार्रवाई कर रही है और कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उसके बाद भी इस तरह की जांच बैठाना एनएचआरसी का दुरुपयोग करना है और प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध है अपने आचरण का सुधार करें और इस तरह के हथकंडे अपनाने से बचना चाहिए।