PATNA: 5 दिन पहले तुर्किये और सीरिया में भीषण भूकंप से जो तबाही मची है उससे पूरी दुनिया के लोग सिहर उठे हैं. तुर्किये और सीरिया में भूकंप से अब तक 29 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. घायलों की संख्या 78 हजार के पार हो गई है. संयुक्त राष्ट्र संघ की टीम के मुताबिक भूकंप से मरने वालों की वास्तविक संख्या दो गुणा हो सकती है. यानि 50 हजार से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका है. इस टीम ने कहा है कि जैसे-जैसे मलबा हटेगा, वैसे-वैसे और शव बरामद होंगे।
इस भूकंप ने इन दोनों देशों में जितनी भीषण तबाही मचायी है उससे पूरी दुनिया सहम उठी है. लिहाजा अब इस बात पर फोकस किया जा रहा है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के बारे में पहले से पता लगाया जा सके. खतरे की आशंका पहले से होगी तो एहतियातन कदम भी उठाये जा सकते हैं जिससे कि आपदा आने के पर कैसे कम से कम तबाही मचे।
3 दिन पहले कर दी भविष्यवाणी
वैसे भूकंप पर रिसर्च कर रहे एक शोधकर्ता ने 3 दिन पहले ही बता दिया था कि तुर्की और सीरिया में बड़े पैमाने पर भूकंप आ सकता है. फ्रैंक हुगरबीट्स नामक रिसर्चर ने ये भविष्यवाणी की थी. हुगरबीट्स सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (SSGEOS) के एक शोधकर्ता हैं जो भूकंप से संबंधित गतिविधियों का अध्ययन करते हैं. उन्होंने अपने शोध के बाद ये भविष्यवाणी की थी कि दक्षिण-मध्य तुर्की, जॉर्डन, सीरिया और लेबनान के आसपास के इलाके में 7.5 तीव्रता का भूकंप आ सकता है।
एक अंग्रेजी मैगजीन को दिये गये इंटरव्यू में फ्रैंक हुगरबीट्स ने बताया कि उन्होंने अपने रिसर्च के बाद तुर्की और सीरिया को लेकर अनुमान लगाया था. उन्होंने कहा कि वे पहले आ चुके भूकंपों का अध्ययन कर रहे हैं. उसी दौरन उन्हें ये संकेत मिला कि तुर्की और सीरिया में भूकंप आ सकता है. हुगरबीट्स ने कहा कि भूकंप से संबंधित गतिविधियों का अध्ययन करने के बाद मुझे लगा कि तुर्की-सीरिया के आसपास के इलाके में जोरदार झटके आ सकते हैं. इसलिए मैंने लोगों को पहले ही आगाह कर देना सही समझा था. वैसे मुझे इसका अंदाजा नहीं था कि 3 दिन बाद ही इतना भीषण भूकंप आ जायेगा.
भारत को लेकर कर दी भविष्यवाणी
भूकंप को लेकर रिसर्च कर रहे फ्रैंक हुगरबीट्स से पूछा गया कि क्या उन्होंने भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आसपास के इलाकों में भूकंप आने का भी अनुमान लगाया है. क्या वे बता सकते हैं कि भूकंप के झटके कब महसूस किए जाएंगे और उसकी तीव्रता क्या होगी ? इस सवाल के जवाब में फ्रैंक हुगरबीट्स ने कहा- मैंने अपनी स्टडी में यह पाया है कि भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके आ सकते हैं जैसा कि 2001 में आया था. हालांकि, ये सिर्फ एक संभावना है. फिलहाल इसे दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है. फ्रैंक हुगरबीट्स ने कहा कि हम प्लैनेट की पोजीशन और टाइम फ्रेम का अध्ययन करते हैं. जैसा कि तुर्की औऱ सीरिया में भूकंप आने से पहले 4 से 6 फरवरी को किया था. ऐसे ही रिसर्च से हम ये अनुमान लगाते हैं कि किन इलाकों में भूकंप आने का खतरा है.