PATNA : पटना के टॉप टेन अपराधियों में से एक माणिक सिंह पुलिसिया पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं. माणिक ने पुलिस को बताया कि पांडव गिरोह के सरगना संजय सिंह पर हमला उसी ने कराया था. उसने बदले की भावना से संजय सिंह पर हमले कराए थे.
पांडव गिरोह के सरगना संजय सिंह पर 24 अप्रैल को नदवां बाजार में हमला किया गया था और गोली मार दी गई थी. माणिक और पुलिस गिरफ्त में आया उसके शागिर्द सगुनी के प्रवीण उर्फ वीरु ने पुलिस को बताया कि यह हमला आपसी रंजिश का परिणाम है. 2014 में उसके पिता मनोज सिंह उर्फ डॉक्टर पर संजय सिंह ने जानलेवा हमला किया था. जिसका बदला लिया गया है.
प्लान के तहत माणिक ने तीन लड़कों को झांसे में लिया. सगुनी के प्रवीण कुमार, नौबतपुर के अहुयारा गांव का गौरव और विक्रम के उज्जवल को उसने 50 हजार रुपया और नौकरी दिलाने का ललाच दिया. तीनों लड़कों ने वारदात को अंजाम देने के लिए संजय सिंह की रेकी की और फिर 24 अप्रैल को शाम में गोली मार दी.
बता दें कि नौबतपुर के शंभूपुरा का रहने वाला माणिक अपने पिता मनोज सिंह के साथ मिलकर बाप- बेटा गिरोह का संचालन करता है. हाल ही में उसने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से 50 लाख की रंगदारी नहीं मांगी थी, वहीं रंगदारी नहीं देने पर कंपनी की साइट पर जाकर उसके गुर्गों ने गोलीबारी और बमबाजी की थी. बाप -बेटा गिरोह व्हाट्सएप पर कॉल करके कारोबारी और ठेकेदारों से रंगदारी मांगता था. 12 साल की उम्र में ही हथियार उठा चुका कुख्यात माणिक ने सबसे पहले खगौल में एक मार्बल कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने जमशेदपुर में कुख्यात रंजीत चौधरी के साथ मिलकर ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.