MUMBAI: इस वक्त की बड़ी खबर मुंबई से आ रही है जहां महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों पर कई गंभीर आरोप लगाया है। क्रूज पर ड्रग्स पार्टी के मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और मंत्री नवाब मलिक ने NCB पर यह आरोप लगाते हुए कहा कि क्रूज पर आयोजित पार्टी में कुल 1300 लोग शामिल थे लेकिन सिर्फ 11 लोगों को ही क्यों पकड़ा गया? यही नहीं उन 11 लोगों में से 3 लोगों को बाद में छोड़ दिया गया। जबकि आर्यन, अरबाज और मुनमुन समेत 8 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी। मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी से इसका खुलासा करने की मांग की है वही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग दोहराई है।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक का आरोप है कि जिन 3 लोगों को NCB ने छोड़ा उसमें एक BJP के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके मोहित कंबोज का साला ऋषभ सचदेवा भी शामिल था। इससे संबंधित वीडियो क्लिप और तस्वीरें जारी करते हुए नवाब मलिक ने कहा कि ऋषभ सचदेवा अपने पिता और चाचा के साथ NCB दफ्तर से निकलते नजर आ रहे हैं। नवाब मलिक ने यह भी बताया कि मोहित कंबोज ने अपना नाम बदल लिया है। मोहित कंबोज से वह मोहित भारतीय बन गया है। अचानक से उसने अपना नाम क्यों बदल लिया?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक का कहना है कि प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला नामक दो युवकों को एनसीबी के दफ्तर लाया गया था। जब इस केस की सुनवाई हुई तब इन दोनों युवकों के नाम की चर्चा भी हुई थी। दोनों के बुलावे पर ही आर्यन खान क्रूज पर गया था। यह बात खुद आर्यन ने ही बतायी थी। इससे प्रतीत होता है कि इन दोनों को ट्रैप कर आर्यन को क्रूज पर बुलाया गया था। लेकिन एनसीबी के द्वारा प्रतीक गावा और आमिर फर्नीचरवाला को छोड़ दिया गया। मलिक ने कहा कि क्रूज पर हुई रेड पूरी तरह से फर्जीवाड़ा है। सेलिब्रिटी को बुलाने के लिए ही यह प्लान बनी थी।
नवाब मलिक ने कहा कि इस मामले पर NCB चीफ समीर वानखेड़े को सामने आकर यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने इन तीन लोगों को क्यों पकड़ा और फिर बाद में इन्हें क्यों छोड़ा गया? नवाब मलिक ने यह भी कहा कि उनके पास इस बात का साक्ष्य मौजूद है कि दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक के नेताओं ने ऋषभ सचदेवा को छोड़ने के लिए फोन किया था। मलिक ने वानखेड़े से इस मामले का खुलासा किए जाने की मांग की है। वही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।