कोसी में बांध के अंदर बसने वालों की स्थिति बद से बदत्तर, पूर्व विधायक किशोर कुमार बोले...बचा लीजिए नीतीश जी

कोसी में बांध के अंदर बसने वालों की स्थिति बद से बदत्तर, पूर्व विधायक किशोर कुमार बोले...बचा लीजिए नीतीश जी

SUPAUL: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि कोसी में उनका दिल बसता है। आज कोसी में बांध के अंदर रहने वाले लोगों का घर जलमग्न हो गया है। घर और जान माल का नुकसान तो हुआ ही, साथ ही बाढ़ प्रभावित यहाँ की जनता नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। सुपौल हो या सहरसा राहत के नाम पर खानापूर्ति चल रही है। उक्त बातें पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कही। 


सुपौल- मरौना के बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी दयनीय स्थिति का पूर्व विधायक ने जायजा लिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि इंडिया के लोग बचेंगे, तभी इंडिया जीतेगा। आपका दिल कोसी में बसता है और जब कोसी के लोगों को बाढ़ से राहत मिलेगी,तभी आपको लोग मजबूत करेंगे। इसलिए बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच अविलंब राहत का कार्य शुरू करवाएं। 


आज सुपौल- मरौना प्रखंड के मुंगरार, डुमरिया, बलवा, नरहैया,खुखनाहा, बेला सिसवा आदि गांव का निरीक्षण करने के बाद पूर्व विधायक सह नव निर्माण मंच के संस्थापक किशोर कुमार ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि सुपौल जिला के बांध के अंदर बसने वाले लोगों की हालत बद से बदतर है। लोग नारकीय जीवन जीने को वे मजबूर हैं। हमने आज लोगों के दुख दर्द को सुना और उन्हें कम करने की कोशिश की। 


उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इस इलाके में कई परिवार ऐसे हैं, जिनका चूल्हा चौका बंद है।  स्वच्छ पानी पीने को नहीं मिल रहा है। चपाकाल पानी में डूबा है। नाव की व्यवस्था नहीं है। डॉक्टर और दवा का घोर अभाव है। नरहैया में 250 से ज्यादा घर नदी में विलीन हो गए हैं। डुमरिया में 100 से ज्यादा घर जो मुसहर, सदा और मुसलमान के हैं, वो कट गए हैं। इस विकट स्थिति में अनुसूचित जाति के भूमिहीन है जो सरकारी जमीन  पर वसा हैं। कोशी नदी के कटाव से वे बांध पर रहने जाते है तो प्रशासन वहाँ से भाग देती है। ऐसे में लोग जाएं तो कहां जाएं?सरकार 3डिसमिल जमीन देने की घोषणा को पूरा क्यों नहीं पूरा करती है। 


पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कहा कि मवेशी को चारा नहीं मिल रहा है।  सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को अपने हाल पर छोड़ दिया है।  जिला प्रशासन द्वारा कुछ जगहों पर सामूहिक किचन शिविर लगाया गया है जो ऊंट के मुंह जीरा का फ़ौरन है। सरकार बांध के अंदर रहने वालों को राहत देने की घोषणा क्यों नहीं करती?  कुछ परिवार को दो-दो किलो चूरा देकर अपना पल्ला क्यों छुड़ा रही है?  


ऐसे में हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि बांध के अंदर जाकर स्थिति का मुआयना करें और समझे की हालत क्या है? हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी निवेदन करते हैं कि आप इंडिया गठबंधन को जरूर मजबूत करें लेकिन कोशी की जनता को उनके हाल पर ना छोड़े! प्रधानमंत्री का चुनाव जब होगा तब होगा, लेकिन अभी मानवता की सेवा के लिए बाढ़ पीड़ितों को अति शीघ्र राहत मुहैया कराने का निर्देश दें। प्रभावित लोगों को सामान्य रिलीफ फंड से ₹6000 तथा जिसका घर बाढ़ में ध्वस्त हो गया है उन्हें ₹10000 की सहायता अविलंब सहायता दी जाए।हमारा रिश्ता पीड़ित परिवार से आत्मीय है,हम उसे न्याय दिलाकर रहेंगे।


इस दौरान सूर्य नारायण मंडल, राजधर यादव, मिथिलेश यादव, मिश्री लाल, शिव कुमार यादव, सरोज मंडल, उमेश मंडल, पूर्व सरपंच रघुनंदन यादव, राजो सादा पंच, पिंटू, सरवन मंडल, बाबुल कुमार, नीतीश, मंगल सादा, सियाराम सादा, बिरजू सादा, केदार सादा, सिकंदर सादा, मोहन यादव, राम ठाकुर पूर्व विधायक किशोर कुमार के साथ मौजूद थे।