DESK : दिल्ली के बाद पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आयोजित बिहार इन्वेस्टर्स मीट में भी बड़ी संख्या में निवेशक पहुंचे। पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत की करीब 50 कंपनियां बिहार इन्वेस्टर्स मीट में शामिल हुईं। जिसमें 15 नामी गिरामी कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इस मौके पर बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कार्यक्रम में आये उद्योगपतियों से बिहार में निवेश की अपील की। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के उद्योगपति बिहार को अपना ‘सेकंड होम’ समझें और बिहार में निवेश करें।
इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स द्वारा कोलकाता में आयोजित बिहार इन्वेस्टर्स मीट में केंवेंटर्स एग्रो, रुपा एंड कंपनी, टीटी लिमिटेड, सेंचुरी प्लाई, अंबुजा ग्रुप, एमपी बिरला ग्रुप, टीएम इंटरनेशनल, वेस्टकॉम लॉजिस्टिक्स, फेनेशिया ग्रुप, सारनॉक हॉस्पीटल, एएमआई ह़ॉस्पीटल, बंगाल नेस्टर्स इंडस्ट्रीज, वाशरबेरी टी कंपनी, विदित ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों के साथ साथ अन्य कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
कोलकाता में बिहार इन्वेस्टर्स मीट में कई बड़ी कंपनियों ने बिहार में निवेश का भी ऐलान किया। केवेंटर्स एग्रो के चैयरमैन और एमडी मयंक जालान ने ऐलान किया कि बिहार में केंवेंटर्स 600 करोड़ का निवेश करेगा। मयंक जालान ने कहा कि बिहार के उद्योगमंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन राज्य के औद्योगिकीकरण को कुशलता से आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक इंवेस्टर को हमेशा दो चीजें चाहिए, एक निवेश की सुरक्षा और दूसरा ग्रोथ की संभावना और आज की तारीख में बिहार में दोनों चीजें उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि बिहार औद्योगिक नीति भी भविष्य को देखकर बनाई गई है और प्रोत्साहित करने वाली है। बिहार में गुड गवर्ऩेंस है और केवेंटर्स एग्रो बिहार में लॉजिस्टिक्स व फूड पार्क सेक्टर में करीब 600 करोड़ का निवेश करेगा। उनका निवेश भागलपुर के कहलगांव में होगा। जेआईएस ग्रुप के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर हरनजीत सिंह ने भी ऐलान किया जेआईएस ग्रुप भी बिहार में लॉजिस्टिक्स सेक्टर में 300 करोड़ निवेश करेगा।
कोलकाता में बिहार इन्वेस्टर्स मीट में शामिल हुए रुपा कंपनी लिमिटेड के प्रोमोटर और डायरेक्टर विकास अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लाई गई बिहार टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी देश की बेहतरीन पॉलिसी में से एक है। उन्होंने कहा कि बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर, इज ऑफ डूईंग बिजनेस में तरक्की के साथ श्रमशक्ति की पर्याप्त उपलब्धता इसे निवेश के लिए उपयुक्त डेस्टिनेशन बनाता है। गुड गवर्नेंस की वजह से राज्य़ में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। टीटी लिमिटेड के एमडी संजय कुमार जैन ने भी कोलकाता में हुए बिहार इंस्वेस्टर्स मीट में उत्साह से भाग लिया और उन्होंने कहा कि टीटी ग्रुप भी बिहार में निवेश करेगा और एक साल के भीतर यहां उत्पादन भी शुरु हो जाएगा।
कोलकाता में बिहार इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन करने वाले उद्योग संगठन इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के डीजी राजीव सिंह ने कहा कि बिहार निवेश के लिए अब पूरी तरह तैयार है। बिहार में कंपनियों को राज्य सरकार द्वारा घोषित सब्सिडी और इंसेटिव्स वक्त पर मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जो खासकर प्लग एंड प्ले फेसिलिटी दे रही है, वो शानदार स्कीम है। बेहतरीन टेक्सटाइल पॉलिसी के साथ बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराए जाने पर कोई कारण नहीं है कि बड़ी कंपनियां बिहार में निवेश से गुरेज करें।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कोलकाता में बिहार इन्वेस्टर्स मीट में शामिल हुए पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के उद्योगपतियों और कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि बंगाल और बिहार का पुराना नाता और लगाव है। जैसे बिहार के लोग पश्चिम बंगाल को अपना दूसरा घर समझते हैं उसी तरह पश्चिम बंगाल के उद्योगपति भी बिहार को अपना दूसरा घर समझें और चाहे नई औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना हो या मौजूदा उद्योग का विस्तार, दोनों बिहार में करें।सैयद शाहनवाज हुसैन ने इन्वेस्टर्स मीट में पहुंचे तमाम उद्योगपतियों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया और भरोसा दिलाया कि बिहार में निवेश किसी हाल में उनके लिए घाटे का सौदा नहीं होगा। सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हम खुद चलकर उद्योगपतियों के दरवाजे तक जा रहे हैं और हम जो कहेंगे, वो करेंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योगों की स्थापना के लिए 2900 एकड़ का लैंड बैंक है। 73 औद्योगिक क्षेत्र पूरी सुविधाओं के साथ तैयार किए जा रहे हैं। बिहार और आसपास के राज्यों के कुल 7 एयरपोर्ट्स बिहार के हर जिले को बेहतरीन हवाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराते हैं। सड़क और रेल का बड़ा नेटवर्क बिहार में है। टेक्सटाइल और लेदर सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतरीन पॉलिसी बनाई है। बिहार टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी 2022 के तहत हम 10 करोड़ तक की सब्सिडी दे रहे हैं, 2 रुपए प्रति यूनिट बिजली की सुविधा दे रहे हैं। एक साल में अधिकतम 10 लाख तक फ्रेट सब्सिडी का भी प्रावधान है। प्रति एम्प्लाई 5000 रुपए मासिक रोजगार अनुदान भी दिया जाएगा। कुल मिलाकर हमारी पॉलिसी ऐसी है जो देश में सबसे अच्छी है।
इस मौके पर राज्य के उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने एक प्रस्तुतिकरण के जरिए निवेशकों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को समझाया कि बिहार में निवेश क्यों सुरक्षित और फायदेमंद है। बिहार के उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने कहा कि रेल, रोड, हवाई कनेक्टविटी के साथ बिहार की स्ट्रैटेजिक लोकेशन भी ऐसी है जो इसे निवेश के लिए बेहतरीन डेस्टिनेशन बनाती है।
बिहार इन्वेस्टर्स मीट में कई सत्र हुए। एक सत्र में उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन के साथ करीब 30 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सीधा संवाद किया। दूसरे बीटूजी सत्र में कंपनियों के प्रतिनिधियों ने एक एक कर उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बिहार में निवेश को हकीकत में बदलने के उपायों पर चर्चा की। बीटूजी सत्र में करीब 20 कंपनियां शामिल हुई जिनमें शामिल हैं - UAL Industries Limited, Western Carriers Limited, Herald Food & Commodities, Avon Industry, Kolkata Leather Crafts, Aecom और अन्य।
उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन के साथ हुए सीधे संवाद के सत्र में T M International Logistics Ltd., AECOM, JC Fenesia Group, IMEX Global, MAC International, Nimbarg & Nusimax International, Ghosh Medical Agency and Sonali, Vidit Group (YLF Chairman), YLF, Birla Corporation, Jute Berry समेत करीब 30 कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।