AURANGABAD: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शिक्षकों से कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनका उज्जवल भविष्य आप सभी के हाथों में है। छात्रों के भविष्य को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर आप संवार सकते हैं। क्योंकि एक शिक्षित व्यक्ति ही एक स्वच्छ एवं सुन्दर समाज का निर्माण कर सकता है। यह बातें केके पाठक ने स्कूल के निरीक्षण के दौरान कही। हालांकि केके पाठक ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से दूरी बना रखी थी।
दरअसल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड के जयप्रभा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और मदनपुर हाईस्कूल का निरीक्षण करने गये थे। तभी इस दौरान उन्होंने स्कूलों के शिक्षकों से बातचीत की और कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने बीपीएससी से बहाल शिक्षकों के ट्रेनिंग सेंटर का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने दोनों स्कूलों के शिक्षकों और बच्चों से बातचीत की और वहां के क्लासरूम, लाइब्रेरी,लैब और शौचालयों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूलों के शौचालयों को एजेंसी के माध्यम से सफाई कराने का निर्देश दिया। वही स्कूलों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों को अनिवार्य रूप से कंप्यूटर की शिक्षा देने का निर्देश दिया। वही नवनियुक्त शिक्षकों को उन्होंने बच्चों को पूरी लगन के साथ पढ़ाने को कहा। शिक्षक की भूमिका में वे खुद नजर आए। बच्चों को इस दौरान पढ़ाया। रोज होमवर्क करने की बात कही। साइंस के टीचर से पूछा की कंप्यूटर और माइक्रोस्कोप चलाने आता है ना? बच्चों को सिखाते हैं या नहीं?
सबसे पहले उन्होंने प्रोजेक्ट जयप्रभा कन्या उच्च माध्यमिक में दौरा किया, जहां प्रवेश करते ही सबसे पहले विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से उन्होंने विद्यालय में छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने विद्यालय में लगे शिक्षकों और छात्राओं की उपस्थिति बोर्ड को देखा और विद्यालय के सभी क्लास रूम में बारी-बारी जायजा लिया। छात्राओं से पढ़ाई के बारे में पूछताछ की। प्रत्येक माह होने वाले परीक्षा से संबधित भी जानकारी ली।इस दौरान छात्राओं ने कमरा और शिक्षकों की कमी को लेकर सवाल उठाया जिसकी जल्द ही भरपाई करने का उन्होने आश्वासन दिया। फिर शौचालय का निरीक्षण किया और एजेंसी के माध्यम से सफाई कराने की बात कही।
इसके बाद उन्होंने लैब का निरीक्षण किया जहां लैब के शिक्षक अजीत कुमार केसरी और ईश्वरी कुमार से जानकारी ली। प्रत्येक दिन स्टूडेंट्स का दो लैब क्लास लेने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान एक कमरा को दरवाजा झूल रहा था जिसे बदलने और शौचालय वाले कमरे के तरफ रहे कचरे की साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार मिश्र ने भी उन्हें कमरों की समस्या से अवगत कराया जिसका जल्द ही निर्माण करवाने का उन्होने आश्वासन दिया। अनुग्रह प्लस टू स्कूल की प्रधान शिक्षक का दो टूक जवाब, समय नहीं मिलने के कारण नहीं दी।
इसके बाद सभी क्लास रूम और स्मार्ट क्लास का बारी बारी से निरीक्षण किया और छात्रों से हिंदी की किताब पढ़वाई। छात्रों ने किताब पढ़कर सुनाया जिससे वें खुश हुए इसके बाद विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से शिक्षकों की संख्या और छात्र छात्राओं की संख्या के बारे में पूछताछ की। प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि 53 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति है, जिसे और बढ़ाने का उन्होने निर्देश दिया और स्कूल नहीं आनेवाले स्टूडेंट्स का नाम काटने का निर्देश दिया।
मदनपुर के स्कूलों की विजिट के बाद जब मीडियाकर्मियों से बात करनी चाही तो उन्होने सिर्फ इतना कहा कि वे मीडिया से दूर रहते है। औरंगाबाद स्थित राजकीय अतिथिगृह में डीएम श्रीकांत शास्त्री, डीईओ संग्राम सिंह, डीपीओ स्थापना दयाशंकर सिंह एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक के बाद जब मीडियाकर्मियो ने वहां फिर उनसे बात करनी चाही तो उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। चुपचाप अपनी गाड़ी में बैठ गये और पटना के रवाना हो गये।