'कितना भी गठबंधन बना लो, आयेगा तो मोदी ही...,' सदन में बोले गृहमंत्री अमित शाह ....विपक्ष एलायंस से नहीं होने वाला कोई फायदा

'कितना भी गठबंधन बना लो, आयेगा तो मोदी ही...,' सदन में बोले गृहमंत्री अमित शाह ....विपक्ष एलायंस से नहीं होने वाला कोई फायदा

DELHI : मेरी अपील है विपक्ष के सदस्यों को कि आप दिल्ली की सोचिए एलाइंस की मत सोचिए,एलायंस से फायदा नहीं होने वाला है। एलायंस होम के बाद भी पूर्ण बहुमत से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। यह बात है आज सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कही है।


दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सरकार( संशोधन) विधायक 2023 पर अपना जवाब रखा। अमित शाह ने कहा कि यह अध्यादेश सुप्रीम कोर्ट के आदेश को संदर्भित करता है जो कहता है कि संसद को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से संबंधित किसी भी मुद्दे पर कानून बनाने का अधिकार है।


इसी दौरान अमित शाह ने सदन में कहा कि - मेरी अपील है विपक्ष के सदस्यों को कि आप दिल्ली की सोचिए एलाइंस की मत सोचिए,एलायंस से फायदा नहीं होने वाला है। एलायंस होम के बाद भी पूर्ण बहुमत से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। लेकिन यह एलाइंस के कारण जनता के हितों की बलि मत चढ़ाइए। जनता सब देख रही है इलाज कर कर आप यदि ऐसा सोचते हैं की जनता का विश्वास हासिल कर लेंगे। तो जनता का विश्वास आपको मिला था मगर जिस तरह से आपने 10 साल शासन चलाया। 12 लाख करोड़ के घपले घोटाले किए इसलिए आप आज वहां बैठे हैं और हम लोग आज यहां बैठे हैं।


अमित शाह ने कहा कि- साल 2015 में दिल्ली में एक ऐसी पार्टी सत्ता में आई जिसका मकसद सिर्फ लड़ना था, सेवा करना नहीं। समस्या ट्रांसफर पोस्टिंग करने का अधिकार हासिल करना नहीं, बल्कि अपने बंगले बनाने जैसे भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए सतर्कता विभाग पर कब्जा करना है। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली की स्थापना 1911 में अंग्रेजों के शासन द्वारा की गई थी। 1919 और 1935 में ब्रिटिश सरकार ने चीफ कमिशनर प्रोविंस का नोटिफिकेशन किया। 


आजादी के बाद पट्टाभि सीतारमैया कमेटी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की सिफारिश की, लेकिन जब वह संविधान सभा के सामने आई तब पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, राजाजी, राजेंद्र प्रसाद और डॉ. आंबेडकर जैसे नेताओं ने इसका विरोध किया और कहा कि यह उचित नहीं होगा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए। पंडित नेहरू ने तब कहा था कि रिपोर्ट आने के दो साल बाद आज दुनिया बदल गई है, भारत बदल गया है, ऐसे में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता और इसे स्वीकार करना वास्तविकता से मुंह मोड़ना होगा