खेला करने वाले JDU विधायकों को सामने बिठाकर पूछेंगे नीतीश-राजद से कितना माल मिला था?

खेला करने वाले JDU विधायकों को सामने बिठाकर पूछेंगे नीतीश-राजद से कितना माल मिला था?

PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फिर कहा है कि विधानसभा में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और सरकार के फ्लोर टेस्ट में हुई गड़बड़ी की वे सख्ती से जांच करायेंगे. नीतीश ने आज ऐलान किया-जो विधायक गड़बड़ करने चले थे, उनको सामने बिठा कर पूछेंगे कि राजद से कितना माल मिला था. किसको कितना मिला उसे जान कर किसी को छोड़ेंगे नहीं. 


विधानसभा में बोले नीतीश

नीतीश कुमार ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोलते हुए कहा कि उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की साजिश रची गयी थी. अब ऐसे सब विधायकों को बैठा कर पूछेंगे कि कितना माल मिला था. घचपच करने के लिए किसको क्या दिया गया था. नीतीश कुमार ने कहा कि किसको कितना दिया गया है, सबकी जांच करवायेंगे. गड़बड़ करने वालों को छोड़ेंगे नहीं. ऐसे विधायक भूल जाते हैं कि अगर सदन में पार्टी की बात नहीं मानी तो सदस्यता चली जायेगी. फिर लौट कर विधायक नहीं बनेंगे. 


झूठा दावा कर रहे हैं तेजस्वी

नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने बिहार को बदहाली से बाहर निकाला. सारे लोग जानते हैं कि 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी. लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे. कहीं सड़क नहीं था. लेकिन सत्ता में आने के बाद मैंने बिहार की स्थिति बदली. अब जो लोग कुछ दिन के लिए मेरे साथ आये वे क्लेम कर रहे हैं कि उन्होंने सारा काम किया. 


नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 से पहले कितने लोगों को नौकरी दी गयी थी. जो लोग आज दावा कर रहे हैं वे बतायें. पति-पत्नी का राज था 15 सालों तक. क्या काम किया था. काम हमने किया और दावा कोई और कर रहा है. हमने अपने शासन काल में 5 लाख 35 हजार बेरोजगारों को पहले ही नौकरी दी थी. अब नियुक्ति का दौर शुरू किया है. एक साल में 8 लाख लोगों को नौकरी दे देंगे. अगले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में 10 लाख से ज्यादा बेरोजगारों को नौकरी दे दी जायेगी.


जातीय गणना मेरी सोच 

नीतीश कुमार ने कहा कि लोग जातीय गणना का श्रेय ले रहा है. मैंने 1990 से जातीय गणना के लिए कोशिश की. उस समय के प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह को जाकर कहा था कि जातीय गणना कराइये. बाद में बिहार विधानसभा से प्रस्ताव पारित कराया. दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से मिले. जब पूरे देश में जातीय गणना नहीं हुई तो हमने बिहार में कराने का फैसला लिया. अब दूसरे लोग श्रेय ले रहे हैं. कह रहे हैं कि लालू यादव ने जातीय गणना करायी. लालू यादव का क्यो रोल था इसमें.


नीतीश कुमार ने आज तेजस्वी यादव के साथ साथ लालू और राबडी पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि लालू यादव तो अति पिछड़ा का आरक्षण खत्म करना चाहते थे. 1990 में ही इसकी साजिश हो रही थी कि पिछड़ों और अति पिछड़ों को एक कर दिया जाये. लेकिन मैंने उस वक्त कहा था कि खबरदार, ऐसा नहीं करने देंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने ही लालू यादव को 1990 में मुख्यमंत्री बनवाया था. पार्टी के ही लोग लालू यादव को किसी सूरत में मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजी नहीं थे. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि 2025 के अगले विधानसभा चुनाव में एनडीए 200 से ज्यादा सीट जीतेगी. लोकसभा चुनाव में तो सारे 40 सीटों पर जीत तय है.