PATNA : परंपरा के अनुसार खरमास में आमतौर पर नया और शुभ कार्य आरंभ करने से लोग कतराते हैं। बिहार के राजनेता भी इस समय नया निर्णय लेने से थोड़ा कतराते हैं। लेकिन जैसे ही खरमास खत्म होता है तो बिहार की राजनीति में कुछ ना कुछ नया जरूर देखने को मिलता है। ऐसे में अब की बार खरमास खत्म होने के बाद मंत्रिमंडल में विस्तार देखने को मिल सकता है।
दरअसल, बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश सिंह ने यह साफ कर दिया है कि खरमास के बाद बिहार सच में मंत्रिमंडल का विस्तार होना तय हो चुका है। इसको लेकर मुख्यमंत्री से बात हो चुकी है और उन्होंने आश्वस्त भी किया है।
वहीं, इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उन्होंने यह भी कहा है कि इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस दो और मंत्री पद पर अपना दावा पेश करेगी। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय जदयू और राजद के साथ बैठक कर लिया जाएगा ताकि चुनावी रणनीति ठीक से बनाई जा सके।
बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश सिंह ने कहा है कि बिहार में विधायकों की संख्या के आधार पर कांग्रेस को मंत्रिमंडल में कम से कम 4 मंत्री पद चाहिए। इसको लेकर भी मुख्यमंत्री से बात हुई है और उन्होंने अस्वस्थ किया है। हालांकि पार्टी के तरफ से फिलहाल कौन मंत्री बनेगा इसका नाम तय नहीं किया गया है।
बता दें कि,वर्तमान में बिहार कैबिनेट में कांग्रेस के दो मंत्री शामिल हैं। वही अन्य दलों की बात करें तो राजद के कोटे से 14 मंत्री फिलहाल नीतीश कैबिनेट में मौजूद हैं। जबकि जदयू के पास 11 मंत्री पद है। इसके साथ-साथ जीतन राम मांझी की पार्टी के तरफ़ से एक विधायक को नीतीश कैबिनेट में मंत्री पद दिया गया है।
बात करें कांग्रेस पार्टी के उन विधायकों की जिन्हें नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है तो उनका नाम मुरारी गौतम और आफाक अहमद है। मुरारी गौतम चेनारी विधानसभा से चुनाव जीतकर आते हैं। तो वहीं, अफाक अहमद कस्बा विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आए हैं।
गौरतलब हो कि जब से बिहार प्रदेश अध्यक्ष की कमान अखिलेश सिंह के हाथों में आई है तब से उन्होंने यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस अब बिहार में 1990 से पहले वाली स्थिति में लौटना चाहती है इसको लेकर हुआ पार्टी को मजबूत करने में भी लगे हुए हैं। इसी को लेकर अबुआ विधायकों की संख्या के आधार पर मंत्रिमंडल में कांग्रेस को कम से कम 4 सीट देने की बात कर रहे है और इसको लेकर जैसा वह बता रहे हैं उसके मुताबिक मुख्यमंत्री भी तैयार माने जा रहे हैं।
बहराहल, ऐसे में अब यह देखना है कि उनके कहे अनुसार जब मकर सक्रांति के बाद बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो कांग्रेस अपने तरफ से किन दो नामों को नीतीश कैबिनेट में मंत्री पद के लिए भेजती है। क्योंकि कांग्रेस की नजर आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव पर भी होगी और इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी मंत्री पद को लेकर नामों का चयन कर सकती है।