PATNA: पटना के बिहटा में खनन पदाधिकारी और महिला इंस्पेक्टर पर हमला के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पटना पुलिस इस मामले में अबतक 45 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अन्य आरोपियों के खिलाफ छापेमारी में जुटी हुई है। जिला खनन पदाधिकारी के बयान पर अलग-अलग धाराओं में पुलिस ने तीन केस दर्ज किए हैं, जिसमें 53 लोगों को नामजद किया गया है जबकि 44 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। यह घटना बिहटा थाना क्षेत्र के परेव गांव के पास सोमवार को हुई थी।
दरअसल, सोमवार की दोपहर जिला खनन विभाग की टीम सोन नदी से अवैध खनन एवं बालू ओवरलोडिंग की जानकारी मिलने के बाद छापेमारी करने पहुंची थी। इसी दौरान बालू माफिया, पासिंग गिरोह और ट्रक ड्राइवरों समेत अन्य लोगों ने खनन पदाधिकारी कुमार गौरव, खनन निरीक्षक सैयद फरहीन, खनन निरीक्षक आम्या कुमारी पर हमला बोल दिया था और उन्हें बीच सड़क पर दौड़ा- दौड़ा कर पीटा था। खनन इंस्पेक्टर आम्या कुमारी किसी तरह से जान जान बचाकर भागती रही लेकिन आरोपी उनपर हमला करते रहे।
बालू माफिया के हमले में तीनों अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए, बाद में मौके पर पहुंची विभिन्न थानों की पुलिस ने हालात को काबू में किया था। इस मामले में पुलिस ने तीन केस दर्ज किए हैं और 53 नामजद समेत 44 लोगों को आरोपी बनाया है। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अबतक 45 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
उधर, पुलिस के साथ साथ जिला परिवहन पदाधिकारी ने भी बालू लदे वाहनों पर फाइन लगाना शुरू कर दिया है। डीटीओ की इस कार्रवाई के बाद बालू घाटों पर कोई ट्रक और बालू ढोने वाले अन्य वाहन नजर नहीं आ रहे हैं। डीटीओ की इस कार्रवाई के बाद इलाके में लगने वाली ट्रकों की लंबी कतार अचानक गायब हो गई है। दोतरफा हो रही कार्रवाई के बाद अवैध बालू कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। फिलहाल पुलिस इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों को तलाश कर रही है।