RANCHI : पत्थर खनन घोटाले और ईडी के गवाह विजय हांसदा को मैनेज करने के मामले की जांच के लिए रांची से सीबीआई की टीम गुरुवार की सुबह साहिबगंज पहुंच गई है। सीबीआई ने जिला प्रशासन को पहले ही पत्र भेजकर आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने को कहा था। सीबीआई की टीम सुबह वनांचल एक्सप्रेस से साहिबगंज पहुंची है। वहां से दो वाहन से सर्किट हाउस पहुंची है। इस टीम में कुल सात सदस्य हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, इससे पहले उपायुक्त ने बुधवार की सुबह पुराना सर्किट हाउस के प्रथम फ्लोर पर चार कमरा को बुक कराने का आदेश दिया है। सीबीआई की टीम सुबह पहुंचने के साथ नींबू पहाड़ की जांच करने जा सकती है। इसके अलावा संबंधित लोगों से पूछताछ भी कर सकती है। सीबीआई के आने की खबर के बाद जिला में एक बार फिर हड़कंप मच गया है। क्योंकि इसको लेकर खनन करने वाले कारोबारियों और पदाधिकारी से पूछताछ की जा सकती है।
मालूम हो कि, साहिबगंज में एक हजार करोड़ से अधिक खनन मामले में पहाड़ों का अवैध उत्खनन व परिवहन को लेकर झारखंड हाई कोर्ट के निर्देश पर अब सीबीआई जांच करेगी। इसके पूर्व ईडी भी जांच कर रही है, सीबीआई इस मामले में कई लोगों को जेल पहुंचा चुकी है। जिसमें मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, पत्थर व्यवसायी भगवान भगत, कृष्णा साह सहित अन्य लोग शामिल हैं।
आपको बताते चलें कि, इससे पहले ईडी के गवाह को धमकाने के मामले में जिला सदर डीएसपी राजेंद्र दूबे से भी ईडी ने पूछताछ की थी। जिसमें उन्होंने अपनी गलती पर माफी मांगी है। ईडी ने एक बार 4 सिंतबर को राजेंद्र दूबे को रांची जोनल कार्यालय बुलाया है। इस मामले में सीबीआई भी उनसे पूछताछ कर सकती है. अवैध खनन और परिवहन मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने सीबीआई को जांच का जिम्मा सौपा है।