PATNA: पटना सिटी में कर्ज के बोझ में दबे एक परिवार के तीन सदस्यों के गंगा नदी में छलांग लगाने की बात सामने आ रही है। मां और बहन के साथ नदी में कूदने से पहले युवक ने अपने चाचा के मोबाइल पर मैसेज करके बताया कि वह अपनी मां और बहन के साथ आत्महत्या करने जा रहा है। युवक ने 16 अप्रैल की रात साढ़े नौ बजे मैसेज किया था लेकिन चाचा की नजर मैसेज पर दो घंटे बाद पड़ी।
उन्होंने साढ़े 11 बजे इस बात की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न गंगा घाटों पर खोजबीन शुरू की। तभी महावीर घाट से लावारिस हालत में एक बाइक और 3 जोड़ी चप्पल मिली। लेकिन मां-बहन और युवक का कोई अता-पता नहीं चल सका। वही जिस नंबर से चाचा के मोबाइल पर मैसेज आया था उस मोबाइल नंबर का पुलिस ने जब लोकेशन पता किया तो वह बख्तियारपुर निकला। फिलहाल पुलिस इस मामले को संदिग्ध मान रही है।
वही एसडीआरएफ की टीम सर्च अभियान में जुटी है। बताया जाता है कि लापता मां-बेटी और बेटे खाजेकला थाना क्षेत्र के जग्गी का चौराहा इलाके में रहते थे। जिनकी पहचान स्व. अनिल सिन्हा की पत्नी गीता, बेटे गौरव और बेटी शिखा के रूप में हुई है। तीनों के अचानक गायब होने के बाद एक बात सामने आ रही है कि इन्होंने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। कर्ज ज्यादा होने की वजह से सभी परेशान थे। पैसे देने वाले आए दिन उसके घर पर आया करते थे और दिये गये पैसों की मांग करते थे।
मंगलवार की रात में मां-बेटे और बेटी बाइक से घर से निकले और कुछ देर के बाद चाचा के मोबाइल पर मैसेज आया कि गंगा नहीं में जान देने जा रहे हैं। ये तीनों मंगलवार की रात से गायब है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। अचानक तीनों के गायब होने से परिजन काफी परेशान है। वे इस बात से डर रहे हैं कि कही तीनों ने आत्महत्या तो नहीं कर ली है। हालांकि मोबाइल का लोकेशन बख्तियारपुर मिलने के बाद पुलिस इस मामले को संदिग्ध मान रही है। उधर एसडीआरएफ की टीम गायब मां-बेटे और बेटी की तलाश गंगा नदी में कर रहे हैं। अचानक तीनों के गायब होने से इलाके के लोग भी हैरान हैं।