JDU प्रत्याशी मो. जमाल की दबंगई: खुले मंच से कहा पूर्व मंत्री को घर में घुसकर मारेंगे, सीवान वाले ‘साहब’ के खास रह चुके हैं जमाल

JDU प्रत्याशी मो. जमाल की दबंगई: खुले मंच से कहा पूर्व मंत्री को घर में घुसकर मारेंगे, सीवान वाले ‘साहब’ के खास रह चुके हैं जमाल

PATNA: बिहार में कानून के राज की बात कर रहे नीतीश कुमार की पार्टी के ही उम्मीदवार उनके दावों की हवा निकालने में लगे हैं. मुजफ्फरपुर के कांटी से जेडीयू के प्रत्याशी मो. जमाल ने खुले मंच से कहा कि वे पूर्व मंत्री अजीत कुमार को घर में घुस कर मारेंगे. जेडीयू प्रत्याशी मो. जमाल बाहुबली माने जाते हैं और किसी दौर में सिवान वाले ‘साहब’ के खास माने जाते थे.

जमाल की धमकी का वीडियो वायरल

कांटी से जेडीयू उम्मीदवार बनाये गये मो. जमाल का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमे वे सभा को संबोधित कर रहे हैं. खुले मंच से मो. जमाल ने कहा कि अगर अजीत कुमार ने उनके एक भी कार्यकर्ता को ललकारने की कोशिश की तो वे अजीत कुमार को घर में घुसकर मारेंगे. इस वीडियो में मो. जमाल कह रहे हैं कि उनकी बात को लोग कान खोल कर सुन लें.

आखिर क्यों दी जमाल ने धमकी

दरअसल विधानसभा चुनाव में मो. जमाल कांटी से जेडीयू के उम्मीदवार बनाये गये हैं. वहीं पूर्व मंत्री और कांटी से दो दफे विधायक रह चुके अजीत कुमार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में डटे हैं. अजीत कुमार नीतीश कुमार की 2005 वाली सरकार में परिवहन मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने 2005 और 2010 का चुनाव जेडीयू उम्मीदवार के तौर जीता था. अजीत कुमार की मजबूत दावेदारी ने इस दफे जेडीयू की नींद हराम कर दी है.

कौन हैं मो. जमाल

मो. जमाल की पहचान मुजफ्फरपुर में बाहुबली के रूप में रही है. कभी सिपाही की नौकरी करने वाले मो. जमाल ने नौकरी से इस्तीफा कर दिया था. राजद के राज में वे सिवान वाले साहब के करीबी माने जाते थे. कुछ दिनों पहले वे जेडीयू नेता आरसीपी सिंह के करीबी बन गये और इस दफे विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने उन्हें कांटी से टिकट दे दिया है. 

दिलचस्प हो गयी है कांटी की लड़ाई

कांटी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. पिछले दफे यहां से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले अशोक चौधरी क्षेत्र को ही छोड़ चुके हैं. वे जेडीयू के टिकट पर सकरा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बन गये हैं. आरजेडी ने यहां से मो. इसरायल मंसूरी को टिकट दिया है. वहीं मो जमाल जेडीयू के उम्मीदवार हैं. लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे अजीत कुमार ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. 

कांटी में बीजेपी जेडीयू के अभियान से पूरी तरह अलग दिख रही है. बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता मो. जमाल को उम्मीदवार के तौर पर स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. लिहाजा उनके निर्दलीय उम्मीदवार अजीत कुमार के पक्ष में काम करने की चर्चा आम है. हालांकि बीजेपी ये दावा कर रही है कि उसके लोग जेडीयू के पक्ष में ही काम कर रहे हैं. लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है.