KANPUR: गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उससे गुर्गों के दिन अब खराब चलने लगे हैं. जो पुलिस पर गोली चलाते थे. अब वह अपनी जान की भीख मांग रहे हैं. एनकाउंटर के डर से खुद सरेंडर करने थाना पहुंच रहे हैं. आज भी कानपुर के चौबेपुर में फरार गुर्गा पुलिस के पास पहुंचा. उसके साथ में उसकी बेटी और पत्नी थी. पुलिस को देखते ही कहा कि साहब मुझपर रहम किजिए. मैं खुद सरेंडर करने आया हूं.
गले में टांगा था तख्ती
विकास दुबे का गुर्गा को पुलिसकर्मी पहचान नहीं पा रहे थे. वह खुद बता रहा था कि मैं उमाकांत शुक्ला हूं. उसने गले में एक तख्ती टांगे था इसमें लिखा था कि मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ गुड्डन बिकरु थाना चौबेपुर का रहने वाला हूं. मैं बिकरु कांड में विकास दुबे के साथ शामिल था. मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस छापेमारी कर रही है जिससे मैं बहुत डरा हुआ हूं.
मेरी जान की रक्षा करें
उमाकांत ने कहा कि मैंने जो विकास दुबे के साथ पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की उसका मुझे दुख हैं. मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं. मेरी जान की रक्षा की जाए, मुझ पर रहम की जाए. इस दौरान उमाकांत की बेटी ने भी पुलिस से रहम की भीख मांगी और कहा का मेरे पापा खुद सरेंडर करने आए हैं. मेरे पिता पर दया की जाए. पुलिस ने उमाकांत को हिरासत में ले लिया. बता दे कि विकास दुबे के अब तक 7 गुर्गों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. जो बचे है वह फरार चल रहे हैं. उमाकांत भी 50 हजार रुपए का इनामी था. जो आज खुद सरेंडर कर दिया.