कल्याण सिंह तो चले गए लेकिन विवाद अभी भी है, AMU में आखिर क्यों हो रहा विरोध

कल्याण सिंह तो चले गए लेकिन विवाद अभी भी है, AMU में आखिर क्यों हो रहा विरोध

DESK : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पिछले दिनों निधन हो गया. कल्याण सिंह भले ही इस दुनिया को छोड़ कर चले गए हैं लेकिन उनके नाम पर अभी भी सियासत से जारी है. दरअसल, कल्याण सिंह की मौत के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बवाल हो रहा है. एएमयू कैंपस में कल्याण सिंह को लेकर यह पूरा बवाल मचा है. 


दरअसल, कल्याण सिंह के निधन पर एएमयू के कुलपति ने शोक संदेश जारी किया था. इसके बाद से कैंपस में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शोक संदेश में लिखा था- 'अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. प्रोफ़ेसर मंसूर ने कहा है कि कल्याण सिंह ने देश के सार्वजनिक जीवन और उत्तर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. प्रोफेसर तारिक मंसूर ने श्री कल्याण सिंह के पुत्र श्री राजवीर सिंह से अपनी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की है.'

अगले दिन जब यह खबर सभी स्थानीय अखबारों में छपी थी जिसके बाद कैंपस के अंदर कुछ जगह पर्चे भी लगे हुए देखे गए. जिसमें एएमयू वीसी के इस बयान की निंदा की गई थी. उस पर लिखा था की किसी क्रिमिनल के लिए प्रार्थना करना भी अपराध है. वाइस चांसलर के सांत्वना शब्द उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के लिए न केवल शर्मनाक है बल्कि धार्मिक भावनाओं को हर्ट करने वाला है. कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद को ढहाने में थे. इस तरह के पर्चे चिपकने के बाद कैंपस में खलबली मच गई. हालांकि जो पोस्टर लगाया गया है, उसपर किसी संगठन या छात्र का नाम नहीं लिखा है. कुछ छात्र संगठनों ने इस पत्र का समर्थन किया है.