DESK: झारखंड के लोहरदगा में एंटी करप्शन ब्यूरों ने एक ऐसे घूसखोर को दबोचा है जिसने कब्रिस्तान को भी नहीं छोड़ा। समेकित जनजातीय विकास अभिकरण (ITDA) के प्रभारी प्रधान सहायक सह नाजिर राजेंद्र उरांव ने कब्रिस्तान की चाहरदीवारी के लिए पचास हजार रूपये की रिश्वत ली। घूस लेते एसीबी की टीम ने राजेंद्र उरांव को रंगेहाथों दबोचा।
कब्रिस्तान की चाहरदीवारी के लिए लोग बढ़ चढ़कर चंदा देते हैं। लेकिन सरकारी बाबू ने इस काम के लिए उल्टे पैसे मांगने लगा। नाजिर राजेंद्र उरांव ने इसके लिए 50 हजार रूपये घूस की मांग की और कैश लेते पकड़े गये। लोहरदगा के किस्को प्रखंड स्थित चरहु गांव में 24.98 लाख रुपये की लागत से कब्रिस्तान की घेराबंदी की जानी थी।
नाजिर राजेंद्र उरांव ने इस काम के लिए 70 हजार रुपये घूस मांगने लगा। इस बात की शिकायत तौहिद खान के पुत्र इमरान खान ने एसीबी से कर दी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने इसकी जांच की तो आरोप सही पाया गया। एसीबी की टीम ने गुरुवार को नाजिर को 50 हजार रूपये घूस लेते रंगेहाथों धड़ दबोचा। गिरफ्तारी के बाद राजेंद्र उरांव को एसीबी की टीम रांची रवाना हो गयी है। फिलहाल एंटी करप्शन की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है।