जुलाई के पहले पखवाड़े में होगा विधानमंडल का मानसून सत्र, 5 दिनों की सत्र अवधि तय; कैबिनेट की मुहर का है इंतजार

जुलाई के पहले पखवाड़े में होगा विधानमंडल का मानसून सत्र, 5 दिनों की सत्र अवधि तय; कैबिनेट की मुहर का है इंतजार

PATNA : बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र इस बार जुलाई के अंतिम सप्ताह में नहीं बल्कि पहले पखवाड़े में ही चलने वाला है। इसको लेकर विधानमंडल के दोनों सदनों के सचिवालय ने अपने अध्यक्ष और सभापति से सहमति प्रदान कर ली है। इस बार का मानसून सत्र 5 दिनों का होने वाला है।


दरअसल, बिहार विधानमंडल मानसून सत्र की शुरुआत 10 जुलाई से होने वाली है। यह बैठक 14 जुलाई तक चलेगी। इसमें पांच बैठक होगी। हालांकि इसको लेकर अभी कैबिनेट की मुहर लगना बाकी है। वहीं। विपक्षी एकता  की 23 जून की महत्वपूर्ण बैठक और जीतन राम मांझी के सरकार से अलग होने के बाद विधानमंडल का यह पहला सत्र होगा।


मालूम हो कि, मॉनसून सत्र को लेकर शुरू से ही यह परंपरा चली आ रही है कि यह सत्र छोटा होता है। इससे पहले 2022 में मॉनसून सत्र अवधि 64 दिनों की थी पर 24-30 जून के बीच बैठक 7 दिन ही हुई। बैठक तो नहीं हुई पर सत्र को भी अनिश्चितकालीन स्थगित नहीं किया गया था। यह बैठक शुरू होने से पहले  जदयू-भाजपा की एनडीए सरकार थी। लेकिन 9 अगस्त को नई सरकार बनी तो फिर 24 अगस्त से 26 अगस्त तक उसी सत्र को बढ़ा दिया गया। इस कारण मॉनसून सत्रावधि 64 दिनों की हो गई। 


इधर, मॉनसून सत्र में बारिश के कारण विधानमंडल परिसर में भारी जलजमाव हो जाता है। परिसर को जलजमाव से बचाने के लिए ड्रेनेज का निर्माण तेजी से चल रहा है। इससे पहले 2021 में भी विधानमंडल का मानसून सत्र 5 दिनों का तय किया गया था। इसमें भी पांच बैठक हुई थी। इससे पहले 2015 से लेकर 2017 तक जेडीयू और राजद ने साथ मिलकर सत्ता पक्ष के तरफ बैठकर सत्र में भाग लिया था।