PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव में चार सीटें जीतने वाले जीतन राम मांझी का भाव अचानक बढ़ गया है. सबकी नजरें मांझी के उपर टिकी हुई है. मांझी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह एनडीए के साथ बने रहेंगे. फिर भी भाजपा को भरोसा नहीं है.
बीजेपी के दो बड़े नेताओं ने मांझी ने बंद कमरे में मुलाकात की. सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और शाम को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मांझी से मुलाकात की. मुताकात के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है.
नहीं बनेंगे मंत्री
मांझी ने कल कहा था कि वह नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे. क्योंकि सीएम के पद पर वह रह चुके हैं. इसका फैसला नीतीश कुमार को करना है. वह जैसा कहेंगे वह आगे करेंगे. लेकिन बताया जा रहा है कि मांझी अपने बेटे को मंत्री बनाने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं.
चिराग के कारण हुआ नुकसान
मांझी ने कल कहा था कि चुनाव में कोई लड़ाई नहीं था. कुछ लोग गलतफहमी में थे. चिराग पासवान के कारण 20-25 सीटों पर नुकसान हुआ है. अगर वह पैंतरा नहीं दिखाते तो एनडीए को बढ़त होती है. वह खुद को पीएम मोदी को हनुमान बता रहे थे. जब भी वह एनडीए से अलग हो गए थे. वह नीतीश कुमार के कार्यशैली पर सवाल उठाकर कुछ सीट पाना चाह रहे थे, लेकिन बिहार की जनता यह जान गई थी और उनको करारा जवाब दिया है.