PATNA : पटना समेत बिहार के कई जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए लॉकडाउन शुरू हो चुका है. लॉकडाउन के कारण हर तरह की गतिविधि फिलहाल सीमित हो गई है. इसके साथ ही पॉलीटिकल एक्टिविटी भी पहले से कम हो गई है. महागठबंधन में लंबे अर्से से कोआर्डिनेशन कमेटी बनाए जाने की मांग कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज होने वाली अपनी पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक कैंसिल कर दी है. मांझी आज अपने कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक करने वाले थे.
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की बैठक के लॉकडाउन की वजह से कैंसिल की गई है. माना जा रहा था कि इस बैठक में जीतन राम मांझी महागठबंधन से बाहर अपने विकल्प को लेकर रणनीति बनाएंगे. लेकिन अब इस बैठक को रद्द किए जाने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या मांझी 16 जुलाई को लॉकडाउन खत्म होने तक कोई फैसला नहीं लेंगे. सियासी जानकारों की मानें तो जीतन राम मांझी को लॉकडाउन ने मौका दे दिया है. मांझी इस लॉकडाउन पीरियड का इस्तेमाल महागठबंधन में दबाव बनाने से लेकर एनडीए में सेटिंग करने तक के लिए बखूबी कर सकते है.
आरजेडी से नाराज जीतन राम मांझी को मनाने के लिए शक्ति सिंह गोहिल कल उनके आवास भी गए थे. दोनों नेताओं ने साथ में चाय भी पी. लेकिन इस मुलाकात के बाद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की तरफ से एक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया. अंदरखाने से यह खबर जरूर आई कि मांझी अभी भी कोआर्डिनेशन कमेटी बनाए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं. उधर जनता दल यूनाइटेड के साथ जाने को लेकर जो चर्चा है उसके मुताबिक जेडीयू मांझी को विलय का विकल्प दे रहा है. जबकि मांझी फिलहाल इसके लिए तैयार नहीं दिखते महागठबंधन से लेकर एनडीए तक में मांझी को लेकर लगातार अलग-अलग स्तर पर कवायद हो रही है. लेकिन माना जा रहा है कि मांझी अगर इस लॉकडाउन पीरियड में अपनी सेटिंग कर पाते हैं तो वह अनलॉक का इंतजार किए बगैर अपने सियासी पत्ते खोल देंगे.