Bihar Crime News: बिहार में दिल दहला देने वाली वारदात, नाबालिग प्रेमी जोड़े ने की खुदकुशी, लड़की के घर मिली दोनों की लाश Bihar Crime News: बिहार में दिल दहला देने वाली वारदात, नाबालिग प्रेमी जोड़े ने की खुदकुशी, लड़की के घर मिली दोनों की लाश मुजफ्फरपुर में बच्चा चोर गिरोह का खुलासा: 6 आरोपी गिरफ्तार, बच्चे को किया गया बरामद Bihar News: बिहार की जेलों में और टाइट होगी सुरक्षा, 155 करोड़ की लागत 9 हजार से अधिक CCTV लगेंगे Bihar News: बिहार की जेलों में और टाइट होगी सुरक्षा, 155 करोड़ की लागत 9 हजार से अधिक CCTV लगेंगे Bihar News: परिवहन विभाग के कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा, सचिव ने जारी किए जरूरी निर्देश Bihar News: परिवहन विभाग के कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा, सचिव ने जारी किए जरूरी निर्देश Winter Session of Parliament: आबादी 14.2 प्रतिशत फिर भी मुसलमान अल्पसंख्यक क्यों? बिहार के बीजेपी सांसद ने शीतकालीन सत्र में पूछा सवाल Winter Session of Parliament: आबादी 14.2 प्रतिशत फिर भी मुसलमान अल्पसंख्यक क्यों? बिहार के बीजेपी सांसद ने शीतकालीन सत्र में पूछा सवाल Ara accident : ओवर ब्रिज पर बाइक-ऑटो की टक्कर में युवक की मौत, दोस्त गंभीर रूप से घायल
1st Bihar Published by: Updated Sat, 24 Oct 2020 07:21:50 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने दामाद औऱ समधन को विधानसभा चुनाव में टिकट देने का नया कारण बताया है. मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा कि उनका दामाद बेरोजगार था इसलिए विधानसभा चुनाव में टिकट दे दिया है.
समधन-दामाद को टिकट क्यों
दरअसल इस चुनाव में जीतन राम मांझी को एनडीए ने सात सीटें दी हैं. इनमें से एक यानि इमामगंज सीट से जीतन राम मांझी खुद खड़े हैं. बाराचट्टी से अपनी समधन ज्योति देवी को टिकट दिया है. वहीं अपनी पूर्व की सीट मखदुमपुर से दामाद देवेंद्र मांझी को टिकट दिया है. मांझी बोले कि ये परिवारवाद नहीं है. उनकी समधन ज्योति देवी पहले भी विधायक रह चुकी हैं. इसलिए उन्हें टिकट देकर कोई गुनाह नहीं किया. रही बात दामाद की तो दामाद बेरोजगार हैं, इसलिए उनको टिकट दिया गया है. मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार सभी सीटों पर जीत रहे हैं.
शराबबंदी कानून की समीक्षा करायेंगे
सात सीट लड़ने वाले मांझी ने फिर कहा है कि वे एनडीए की अगली सरकार बनते ही शऱाबबंदी कानून की फिर से समीक्षा करायेंगे. मांझी ने कहा कि वे शुरू से कहते आ रहे हैं कि शराबबंदी कानून, गरीबों खासकर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के उत्पीड़न का कारण बनता रहा है़. कई मामले ऐसे आये हैं कि पुलिस गरीब को पकड़ लेती है और अमीर को छोड़ देती है़. नयी सरकारी बनते ही वे इस कानून में संशोधन की अपील करेंगे. हालांकि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में शराबबंदी कानून की समीक्षा करने का एलान किया है. मांझी ने कहा कि ये उनका एजेंडा है. वे काफी पहले से इसकी समीक्षा की आवाज उठाते रहे हैं.