RANCHI: झारखंड में चल रहे बजट सत्र के दौरान विपक्षी दल बीजेपी सरकार को घेरने की हर संभव कोशिश कर रही है। बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने विधानसभा में हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी विधायक ने कहा है कि दिल्ली की तरह झारखंड में भी सरकार के संरक्षण में शराब घोटाला हुआ है। उन्होंने हेमंत सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए सीबीआई से उसकी जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीति के कारण राज्य को भारी नुकसान हुआ है।
बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने सदन में इस मामले को उठाते हुए कहा कि सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022 से 2023 में शराब की बिक्री से मिलने वाले राजस्व का लक्ष्य 2500 करोड़ रखा था, लेकिन 15 फरवरी तक 1607 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ। बीजेपी विधायक ने कहा कि सरकार को 14 मार्च 2023 तक कुल 690 करोड़ के राजस्व की क्षति हुई है। जब शराब नीति लाई जा रही थी उस वक्त 8 बिंदुओं पर राजस्व पार्षद और अन्य ने आपत्ति जताई थी। राज्यपाल ने भी संशोधन के लिए बिल को वापस कर दिया था, लेकिन सरकार ने इसमें सुधार करना मुनासिब नहीं समझा।
उन्होंने सदन में शराब नीति के आठ बिंदुओ पर तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस की आपत्तियों का भी हवाला दिया।जिसपर सरकार की तरफ से पेयजल विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सभी आरोपों को गलत बताया और कहा कि राज्यपाल की जो भी आपत्तियां थी उन्हें दूर किया जा रहा है। इसके बावजूद अगर कहीं गड़बड़ी हुई है तो सरकार जांच कराएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर झारखंड में भी शराब का घोटाला हुआ है और झारखंड में शराब घोटाले का किंग कौन है इसकी जांच सीबीआई से कराया जाना चाहिए।