RANCHI: झारखंड विधानसभा सत्र के आखिरी दिन मॉब लिंचिंग की घटना का मामला सदन में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने उठाया और कहा कि तबरेज अंसारी की हत्या का जिम्मेवार बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता हैं. जिसके बाद बीजेपी विधायकों ने इसका विरोध किया और जमकर हंगामा हुआ और माफी मांगने को लेकर हंगामा चलता रहा.
बीजेपी ने इरफान को बर्खास्त करने की मांग
पहले तो बीजेपी के सदस्यों ने सीट पर से ही हंगामा कर रहे थे, लेकिन वह बाद में वेल में आ गया और विधानसभा अध्यक्ष से इरफान को बर्खास्त करने की मांग करने लगे. रांची से विधायक सीपी सिंह ने इरफान से पूछा कि आरोप लगाने के आपके पास कोई प्रमाण हैं तो दिखाए. सीपी सिंह ने भी इरफान के मांगी मांगने को कहा, लेकिन वह माफी मांगने को लेकर तैयार नहीं हुए. अध्यक्ष ने इरफान से कहा कि आप अपने बयान पर खेद जताए, लेकिन इरफान ने फिर कहा कि इनलोगों ने ही तबरेज को मारा है. माफी नहीं मांगेंगे. इरफान ने कहा कि हत्या की गई और उसे भाजपा की सरकार ने चोर बताया था. अंसारी को मारने वाला भाजपा कार्यकर्ता था और उसका नाम अमित मंडल है.
सिंतबर 2019 में हुई थी तबरेज की हत्या
बता दें कि सितंबर 2019 में सरायकेला में भीड़ ने मवेशी चोरी के आरोप में तबरेज की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इसका वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसमें भीड़ तबरेज से जय श्री राम के नारे बोलने का दबाव दे रही थी. इस घटना में पुलिस की भी लापरवाही सामने आई थी. पुलिस ने घायल तबरेज को इलाज कराने के बदले थाना में रखा था. जब उसकी स्थिति खराब हो गई तो पुलिस ने उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, लेकिन इलाज के दौरान तबरेज की मौत हो गई थी. इससे पहले भी मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं झारखंड में पिछले साल हुई थी, लेकिन इस घटना की चर्चा पूरे देश में हुई थी.