RANCHI: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को शुक्रवार को विदाई दी गई। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन , मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी अजय कुमार सिंह समेत राज्य के अन्य आलाधिकारियों ने राज्यपाल को विदाई दी। रमेश बैस महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में पद्भार ग्रहण करेंगे। झारखंड के नये राज्यपाल के रूप में सीपी राधाकृष्णन शनिवार को शपथ ग्रहण करेंगे।
राज्यपाल के रूप में रमेश बैस का कार्यकाल काफी चर्चाओं में रहा। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के रिश्तों में करवाहट की भी कई बार खबरें आई। चाहे विधेयकों को वापस पुर्नविचार के लिए सरकार को वापस भेजने का मामला हो या फिर चुनाव आयोग की चिट्ठी का मामला हो। खनन मामले में चुनाव आयोग की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री की विधायकी खत्म होने को लेकर कई बयानबाजी हुई। आयोग की चिट्ठी को लेकर राजनीतिक तापमान इतना बढ़ गया था कि जुलाई के महीने में मुख्यमंत्री अपने विधायकों और मंत्रियों को लेकर रायपुर तक चले गये थे। उस दौरान पूरा राजनीतिक ड्रामा और बयानबाजी होती रही। बीजेपी की ओर से कहा जा रहा था कि आयोग की चिट्ठी में मुख्यमंत्री के विधायकी खत्म करने की सिफारिश की गई है, वही सरकार में शामिल जेएमएम और कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा था कि बीजेपी के इशारे पर सरकार को गिराने की साजिश हो रही है। यहां तक की राजभवन को बीजेपी का कार्यालय तक कह दिया गया था।
राज्यपाल रमेश बैस ने इन सभी मामलों पर अपनी चुप्पी दो दिन पहले मीडिया से बातचीत के दौरान तोड़ी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में चल रहे हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार को अस्थिर करने की मंशा उनकी कभी नहीं रही, अगर सरकार को अस्थिर करना होता तो आयोग द्वारा भेजी गई चिट्ठी को खोल दिया होता और उसको आगे की कार्रवाई के लिए भेज देता। उन्होने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तारीफ करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन एक अच्छे लीडर है लेकिन पता नहीं उन्होंने पिछले तीन सालों में काम क्यों नहीं किया। हालांकि राज्यपाल ने ये जरूर कहा कि पिछले 6 महीने में हेमंत सोरेन बेहतर काम कर रहे है।
राज्यपाल रमेश बैस और हेमंत सोरेन के बीच टकराहट की खबरें हमेशा मीडिया की सुर्खियों में जरूर बनी रहती थी लेकिन रमेश बैस के महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में नियुक्ति किये जाने की अधिसूचना के बाद दोनों के रिश्तों में नजदीकी देखी गई। जेएमएम अध्यक्ष शिबू सोरेन के बीमारी की खबर मिलने के बाद राज्यपाल खुद मुख्यमंत्री के आवास पहुंचे थे और शिबू सोरेन के सेहत की जानकारी ली थी। इसके बाद राजभवन में हुए राज्यपाल रमेश बैस के विदाई समारोह में मुख्यमंत्री खुद अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ उपस्थित हुए थे। शुक्रवार को भी एयरपोर्ट पर रमेश बैस का स्वागत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में पूरे गर्मजोशी के साथ की। इस तरह से दोनों के रिश्तों में दूरी और नजदीकी मीडिया की खबरें बनती रही है।