JAMESHEDPUR: झारखंड के जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य विभाग पर दवा खरीद में घोटाले का आरोप लगाया है. विधायक का कहना है कि जेनरिक दावा के खरीद में करीब 150 करोड़ का घोटाला किया गया है. उनके अनुसार साल 2020 से 2022 यानी 3 साल में उंची डर पर दवा की खरीद कर घोटाला किया गया है.
विधायक सरयू बताया कि 22.04 2020 को कई प्रकार की दवाओं की खरीद के लिए निविदा निकाली गई थी. जिसमें न्यूनतम दर वाले निविदादाताओं का चयन हो गया था और उन्हें 15.06.2020 को स्वीकृति लेटर भेजा गया था कि वे 19.06 2020 तक एकरारनामा जमा कर दें. जिसमें उन्हें संबंधित दवाओं का मूल्य आदेश दिया जा सके. लेकिन यह दवा की खरीद नहीं हुई. इसकी जगह स्वास्थ्य विभाग ने संचिका तैयार कर जिन 103 दवाओं की राज्य के हॉस्पिटल में मांग थी. उन दवाओं के भारत के औषधि निर्माता लोक उपक्रम से मनोनयन के आधार पर खरीदा गया.
बता दे विभागीय संकल्प में उल्लेख किया गया है कि वित्तीय नियमावली 235 को शिथिल कर नियम 245 के तहत मनोनयन के आधार पर दवा क्रय कर राज्य के विभिन्न हॉस्पिटल को आपूर्ति की जाए. लेकिन इस संकल्प में कहीं भी अंकित नहीं किया गया कि इसके पहले की दवाओं की खरीद के लिए निविदा प्राप्त की गई थी. किसी भी दवा कि खरीद के लिए निविदा में जो न्यूनतम दर आई थी, उसी दवा को सेंटर की 5 कंपनियों से बहुत अधिक दर पर खरीद की गई. इसके वजह से राज्य सरकार के खजाने को 150 करोड़ से अधिक घोटाला हुआ है.
जिसपर विधायक ने कहा कि निविदा के आधार पर न्यूनतम दर वाले निविदादाताओं का चयन होने के बाद दवाओं की खरीद ऊंची दर पर कर भारी घोटाला हुआ है. इसकी जांच CM को करनी चाहिए. और विभागीय मंत्री से स्पष्टीकरण ले. अगर इस मामले की जांच में विभागीय मंत्री दोषी होते हैं तो बर्खास्त किया जाना चाहिए. फिलहाल इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.