एक करोड़ का इनामी नक्सली पत्नी के साथ गिरफ्तार, 5 राज्यों की पुलिस को थी 'बूढ़ा' की तलाश

एक करोड़ का इनामी नक्सली पत्नी के साथ गिरफ्तार, 5 राज्यों की पुलिस को थी 'बूढ़ा' की तलाश

DESK : पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. भाकपा माओवादियों के शीर्ष पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी शीला मरांडी समेत चार माओवादियों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी है. वहीं, उसकी पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है.


झारखंड पुलिस के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़, केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी ने प्रशांत बोस समेत अन्य के गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला लौटने की जानकारी दी थी. सरायकेला पुलिस ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी से प्रशांत बोस, शीला मरांडी, प्रशांत बोस के प्राटेक्शन दस्ता के एक सदस्य और कुरियर का काम करने वाले एक युवक को मुंडरी टोलनाका के पास से गिरफ्तार किया. आपको बता दें कि झारखंड पुलिस ने प्रशांत बोस पर एक करोड़ का इनाम भी रखा था. वहीं उस पर झारखंड में 70 से अधिक माओवादी कांड दर्ज है.


पुलिस पूछताछ में जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार प्रशांत बोस की तबीयत बीते कई सालों से खराब थी. लेकिन इसके बावजूद वह संगठन में सक्रिय था. वह कोल्हान से पारसनाथ जाकर रह रहा था. पारसनाथ से ही वह प्रोटेक्शन दस्ता के सदस्यों के द्वारा एनएच 2 तक लाया जाता था. इसके बाद कुरियर के द्वारा ही प्रशांत बोस को कोलकाता ले जाया जाता था. 


हाल ही में प्रशांत बोस कोलकाता से लौटा था. प्रशांत बोस ने ही झारखंड में पारसनाथ, सारंडा, ओड़िसा और बंगाल के सीमावर्ती इलाके में संगठन को खड़ा किया था. वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है. गिरफ्तारी के बाद चारों माओवादियों को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है.