समस्तीपुर में सरपंच के बेटे को मारी गोली, गंभीर हालत में डीएमसीएच रेफर नीतीश कुमार के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे अमित शाह और जेपी नड्डा, बीजेपी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत नीतीश के शपथ लेने से पहले ही बंपर बहाली की प्रक्रिया शुरू, सरकार ने जारी किया बड़ा आदेश, जानिये किन पदों पर होगी नियुक्ति? पटना के ए.एन. कॉलेज में गोल इंस्टीट्यूट का भव्य सेमिनार, NEET–JEE तैयारी पर विशेषज्ञों ने दिए खास टिप्स Bihar News: बिहार में शादी समारोह से लौट रहे युवक को बेलगाम वाहन ने रौंदा, चालक की तलाश जारी Patna Book Fair 2025: 5 से 16 दिसंबर तक गांधी मैदान में सजेगा 41वां पुस्तक मेला, 200 स्टॉल और 300 कार्यक्रम होंगे दीक्षांत समारोह से पहले मिथिला विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन, अंगवस्त्र की गुणवत्ता पर सवाल, कुलपति आवास का किया घेराव 10वीं बार CM पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार, हेलिकॉप्टर से गांधी मैदान पहुंचेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहरसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप सोनपुर मेला 2025: पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना स्वीस कॉटेज, उमड़ा जनसैलाब
1st Bihar Published by: Updated Sat, 13 Nov 2021 09:16:26 AM IST
- फ़ोटो
DESK : पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. भाकपा माओवादियों के शीर्ष पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी शीला मरांडी समेत चार माओवादियों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी है. वहीं, उसकी पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है.
झारखंड पुलिस के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़, केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी ने प्रशांत बोस समेत अन्य के गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला लौटने की जानकारी दी थी. सरायकेला पुलिस ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी से प्रशांत बोस, शीला मरांडी, प्रशांत बोस के प्राटेक्शन दस्ता के एक सदस्य और कुरियर का काम करने वाले एक युवक को मुंडरी टोलनाका के पास से गिरफ्तार किया. आपको बता दें कि झारखंड पुलिस ने प्रशांत बोस पर एक करोड़ का इनाम भी रखा था. वहीं उस पर झारखंड में 70 से अधिक माओवादी कांड दर्ज है.
पुलिस पूछताछ में जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार प्रशांत बोस की तबीयत बीते कई सालों से खराब थी. लेकिन इसके बावजूद वह संगठन में सक्रिय था. वह कोल्हान से पारसनाथ जाकर रह रहा था. पारसनाथ से ही वह प्रोटेक्शन दस्ता के सदस्यों के द्वारा एनएच 2 तक लाया जाता था. इसके बाद कुरियर के द्वारा ही प्रशांत बोस को कोलकाता ले जाया जाता था.
हाल ही में प्रशांत बोस कोलकाता से लौटा था. प्रशांत बोस ने ही झारखंड में पारसनाथ, सारंडा, ओड़िसा और बंगाल के सीमावर्ती इलाके में संगठन को खड़ा किया था. वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है. गिरफ्तारी के बाद चारों माओवादियों को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है.