RANCHI: झारखंड में छठ पूजा करने वालों के लिए राहत की खबर हैं. अब तालाब और डैम के किनारे आप छठ पूजा कर सकते हैं. इसको लेकर सरकार ने गाइडलाइन में छूट दे दी है.
फैसले का हो रहा था विरोध
हेमंत सरकार के फैसले के पूरे झारखंड में विरोध हो रहा था. लोग सड़कों पर उतर गए थे. इसको लेकर बीजेपी भी विरोध कर रही थी. फजीहत के बाद सरकार ने अपने फैसले में राहत दी है.
सावधानी बरते
सीएम हेमंत सोरेन ने पर्व करने वाले लोगों से अपील की है. सोरेन ने कहा कि पर्व करने वाले लोग कोशिश करें कि वह घर पर ही अधिक से अधिक इस बार छठ करें. अगर वह घाट पर जाते हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें. कोरोना को लेकर सभी को सावधान रहने की जरूरत हैं. हेमंत ने कहा कि छठ का पर्व सामने है. मैं सभी को इसकी शुभकामनाएं देता हूं. आपदा विभाग ने जो गाइडलाइन्स जारी की हैं वो भारत सरकार के आदेश के अनुरूप हैं. मेरी पहली प्राथमिकता है राज्य की जनता की सुरक्षा और उनकी जान-माल की रक्षा.
पूरी तरह से लगी थी रोक
छठ घाटों पर भीड़ होने और एक साथ तालाब में स्नान करने से संक्रमण की आशंका बढ़ने को लेकर व्रतियों को तालाब या नदी पर जाकर पूजा करने की अनुमति नहीं दी गयी थी. जिसका विरोध किया जा रहा है. इसको लेकर लोग सड़क पर उतरे हुए थे सरकार के फैसले के खिलाफ घाट पर ही छठ करने का एलान कर दिया था. इसको लेकर राजनीति भी हो रही थी. दवाब के बाद फैसले में बदलाव हुआ है.