RANCHI: झारखंड के कई जिलों में बर्ड फ्लू की दस्तक ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। बर्ड फ्लू से लगातार हो रही मुर्गियों की मौत के बाद पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। बोकारो और धनबाद में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बोकारो में कुछ ही दिनों में 700 से अधिक मुर्गियों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद आज केंद्रीय टीम के आने के बाद मुर्गियों को मार दिया जाएगा। लैब की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर कड़कनाथ मुर्गों की मौत हो रही है।
दरअसल, झारखंड के बोकारो के लोहांचल स्थित राजकीय पोल्ट्री फार्म में इन दिनों बर्ड फ्लू से अधिकतर कड़कनाथ मुर्गों की मौत का मामला सामने आया है। जिसके बाद झारखंड सरकार अलर्ट पर आ गई है। साथ ही इस इलाके के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को प्रभावित क्षेत्र और 10 किमी के दायरे के क्षेत्र को निगरानी क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। वहीं पशुपालन विभाग के निर्देश पर फार्म में दवा की छिड़काव किया जा रहा है और मृत मुर्गियों को जमीन में दफनाया जा रहा है।
बोकारो जिला प्रशासन ने एक आधिकारिक बयान जारी कर के कहा कि, लोहांचल के फार्म में चिकन की एक नस्ल 'कड़कनाथ' में एच5एन1 वैरिएंट की मौजूदगी की पुष्टी की गई है। फार्म मे अब तक कड़कनाथ के साथ कई अन्य नस्लों के करीब 700 मुर्गियों की मौत हो गई है। जिसके बाद इन क्षेत्रों में चिकन और बत्तख आदि की बिक्री पर रोक लगा दिया गया है।
बोकारो के डीसी कुलदीप चौधरी ने बताया है कि जिले के आस-पास के इलाकों के मुर्गियों और बत्तखों का सैंपल लेने और जांच करने के लिए एक मेडिकल टीम का गठन किया गया है।साथ ही बर्ड फ्लू से संक्रमित मरीज के इलाज के लिए सदर अस्पताल में अलग से वार्ड बनाया गया है। प्रशासन ने लोगों को संक्रमण के लक्षणों को बताते हुए कुछ दिनों के लिए मांसाहार से बचने की सलाह दी है।