PATNA : झारखंड के मजदूरों को लेकर तेलंगाना से ट्रेन रवाना हो चुकी है। बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी केन्द्र सरकार से बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए ट्रेन चलाने की ही मांग करते रह गये। इस बीच लगातार बिहार सरकार को घेर रहे विपक्ष को नयी संजीवनी मिल गयी है। आरजेडी ने सरकार को आड़े हाथों लिया है।
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार की डबल इंजन की सरकार किस काम की झारखंड की सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से रेल मंत्रालय से तेलंगाना की सरकार से लाइन अप करके ट्रेन खुलवा लिया और प्रवासी मजदूरों को वापस घर झारखंड लाने की व्यवस्था कर ली लेकिन बिहार की डबल इंजन की सरकार अभी तक बहानेबाजी कर रही है और केंद्र सरकार के बहाने बैठी है।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी के दो हजार बस देने के प्रस्ताव को भी नहीं मान रही है। भोजपुरी में एक कहावत है ना खेलव ना खेले देव खेलवे बिगाड़ देव बिहार की सरकार यही कर रही है ना लाएंगे ना दूसरे को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी को लाने देंगे। हाथ खड़े करके केंद्र के भरोसे बैठे रहेंगे इस बात से यह तो सिद्ध हो रहा है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार में ट्रबल है।
उन्होनें कहा कि यह 15 वर्षों से राज कर रहे एनडीए सरकार की विफलता है जिन के राज मैं बड़ी संख्या में छात्रों को नौजवानों को मजदूरों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा और अब सरकार इस आपदा की घड़ी में जब उनको वापस घर आना है तो सरकार बिहार की अपनी जिम्मेदारी जवाबदेही से भाग रही है।