झारखंड के धनकुबेर चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के खिलाफ केस दर्ज करेगी ACB, सीएम हेमंत ने दी अनुमति

झारखंड के धनकुबेर चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के खिलाफ केस दर्ज करेगी ACB, सीएम हेमंत ने दी अनुमति

RANCHI: 125 करोड़ से ज्यादा की अकूत संपित्त अर्जित करने वाले ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी एसीबी ने शुरू कर दी है। आय से अधिक संपत्ति अर्जीत करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अब एसीबी में वीरेंद्र राम के खिलाफ केस दर्ज करेगा। ईडी की तरफ से सरकार को भेजी गई रिपोर्ट के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने केस दर्ज करने के लिए अपनी सहमति दे दी है।


दरअसल, साल 2019 में एसीबी ने रिश्वत लेने के आरोप में जूनियर इंजीनियर सुरेश वर्मा को गिरफ्तार किया था। छापेमारी के दौरान सुरेश वर्मा के घर से 2.67 करोड़ रुपए कैश मिले थे। पूछताछ के दौरान सुरेश वर्मा ने एसीबी को बताया था कि बरामद करोड़ों रुपए ग्रामीण कार्य विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के हैं हालांकि उस वक्त एसीबी ने वीरेंद्र राम को आरोपी नहीं बनाया लेकिन बाद में जब ईडी ने वीरेंद्र राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच शुरू की और चीफ इंजीनियर की अकूत संपत्ति का खुलासा हुआ तब एसीबी ने वीरेद्र राम के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी शुरू की।


ईडी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जीत करने के आरोप में धनकुबेर चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। वीरेंद्र राम को ईडी ने उनके रांची स्थित आवास से दो दिन की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। रांची, जमशेदपुर, सीवान, दिल्ली सहित देश के 24 ठिकानों पर छापेमारी कर वीरेंद्र राम के 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ था।गाड़ियों और आलीशान मकानों के शौक के अलावा महंगे कपड़े और जर्मन कंपनी के पानी पीने के शौकीन वीरेंद्र राम की राजनेताओं और नौकरशाहों से करीबी रिश्ते रहे हैं।ईडी के बाद अब एसीबी ने वीरेंद्र राम के खिलाफ केस दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी।