RANCHI: झारखंड बजट सत्र के के दसवें दिन सदन के बाहर पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच वाक युद्ध शुरू हुआ। बीजेपी विधायक पिछले दिनों में स्लोगनणयुक्त वस्त्र पहन कर विधानपरिषद में हंगामा कर रहे थे। गरुवार के दिन भी भी विपक्ष सदन में प्रश्नकाल के दौरान सदन में विपक्ष का हंगामा जारी रहा जिसके कारण सदन के कार्रवाही को बीच में ही स्थगित करना पड़ा। वहीं सदन में उपस्थित स्पीकर विपक्ष से नाराज दिख रहे थे। स्पीकर कार्रवाही के शुरूआत से ही विपक्ष के ओर ध्यान नहीं दे रहे थे। वहीं विपक्ष के बार- बार हाथ उठाने के बाद भी स्पीकर उन्हें प्रश्न पुछने की अनुमती नहीं दे रहे थे।
दरअसल, बीजेपी विधायक पिछले कुछ दिनों से सदन की कार्रवाही में स्लोगनणयुक्त वस्त्र पहन कर आ रहें है। । जिसपर बुधवार को स्पीकर ने विपक्ष के नेताओं से कहा कि, वो लोग आसान के नियमम का उल्लंघन ना करें और सदन में स्लोगनणयुक्त वस्त्र पहन कर ना आए। इसके बावजूद भी भाजपा विधायकों ने गुरुवार को सदन में स्लोगनणयुक्त वस्त्र पहन कर आए। जिसके बाद विपक्ष के बार-बार समय मांगने पर स्पीकर उन्हें समय नहीं दे रहे थे। वहीं विपक्ष के समय की मांग करने पर स्पीकर ने कहा कि, जब आसन के आदेश का पालन ही नहीं करते हैं तो आसान से समय क्यों मांगते हैं। पहले आप नियमन का पालन कीजिये तब समय मिलेगा। वहीं झामुमो विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि 4 दिनों से विपक्ष के द्वारा सदन में जो आचरण किया जा रहा है वो देखा नहीं जा रहा है। यह अच्छा नहीं है। वोकल माइनॉरिटी साइलेंट मेजोरिटी पर हावी है। इसपर कार्रवाई होनी चाहिए।
बता दें कि, सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष 1932, नियोजन नीति और 60-40 पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से स्पष्टीकरण मांग रहा है। साथ ही बीजेपी विधायक 60-40 नाय चलतौ और 1932 का क्या हुआ लिखा हुआ टीशर्ट पहनकर सदन में आए। स्पीकर ने कहा कि यह नियम के अनुकूल नहीं है। वहीं सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टीशर्ट को लेकर अच्छी-खासी तकरार भी देखने को मिली।