बिहार में बढ़ा अपराध: सासाराम में फायरिंग से किशोर घायल, बगहा में एक व्यक्ति को मारा चाकू झारखंड में बड़े सियासी उलटफेर के संकेत, अमित शाह के संपर्क में हेमंत-कल्पना सोरेन तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी का देवताओं पर विवादित बयान, कहा..हिंदू धर्म में पियक्कड़ों के लिए अलग भगवान PATNA POLICE: 'शक्ति सुरक्षा दल' ने लिया महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा, कोई दिक्कत हो तो इन नंबरों पर करें कॉल पटना के बिहटा में जमीन कारोबारी पर हमला, 11 लाख कैश और दो सोने की चेन लूटकर भागे अपराधी Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यों में आएगी और पारदर्शिता, अधिकारियों की होगी ग्रेडिंग; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए निर्देश Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यों में आएगी और पारदर्शिता, अधिकारियों की होगी ग्रेडिंग; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए निर्देश PATNA: कांग्रेस की मीटिंग से गायब रहे 15 जिलाध्यक्ष, पार्टी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस Bihar News: बिहार में नए रेल पुल को मिली मंजूरी, प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे इतने हजार करोड़; इन जिलों से होगी सीधी कनेक्टिविटी Bihar News: बिहार में नए रेल पुल को मिली मंजूरी, प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे इतने हजार करोड़; इन जिलों से होगी सीधी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: Updated Sat, 19 Sep 2020 02:04:38 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो प्राइवेट स्कूल के मनमानी पर कार्रवाई को लेकर बड़े दावे बयान देते हैं, लेकिन प्राइवेट स्कूल ने फीस नहीं देने उनकी ही नतीनी का नाम स्कूल से काट दिया है. नाम काटकर स्कूल ने सीधे शिक्षा मंत्री को ही चुनौती दे डाली है.
फीस जमा नहीं करने पर की कार्रवाई
बताया जा रहा है कि चास डीपीएस ने शिक्षा मंत्री की नतीनी पढ़ाई करती हैं, लेकिन वह फीस जमा नहीं किए थे. जिसके बाद डीपीएस स्कूल ने कार्रवाई कर शिक्षा मंत्री को ही चुनौती दे डाली.
फीस जमा करने पहुंचे शिक्षा मंत्री
नाम काटने की जब जानकारी हुई तो शिक्षा मंत्री खुद स्कूल पहुंचे और नतीनी का बकाया फीस जमा किया है. नाम काटने से भड़के शिक्षा मंत्री ने स्कूल प्रबंधन को नाम काटने पर फटकार लगाई है. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान शिक्षा मंत्री स्कूलों को लेकर बड़े-बड़े निर्देश दे रहे थे. कभी कहते थे कि बस फीस नहीं लेना तो कभी कुछ बयान देते थे. यही नहीं मंत्री प्राइवेट स्कूल को छोड़ परिजनों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने का सलाह देते थे, लेकिन वह खुद महंगे स्कूल में अपनी नतीनी को पढ़ा रहे थे. स्कूल ने नाम काटकर न सिर्फ उनके परिजनों को चुनौती दी है बल्कि उनके पद और विभाग को भी चुनौती दे डाली है. अब देखना है कि स्कूल के इस मनमाने व्यवहार पर मंत्री कुछ कार्रवाई करते हैं या सिर्फ बयानबाजी कर ही निकल लेंगे.