RBI new guidelines : किरायदारों को लगा बड़ा झटका ! अब मोबाइल ऐप्स से किराया भुगतान होगा बंद; जारी हुआ नया गाइडलाइंस BIHAR ELECTION : विधानसभा चुनाव में वोटरों को मिलेगी मोबाइल रखने की सुविधा,जानिए चुनाव आयोग का क्या है नया आदेश भारी घाटे में चल रही कंपनियां प्रशांत किशोर को दे रही मोटा चंदा: BJP नेता ने कहा - लालू से बड़े घोटालेबाज हैं PK Perfect Tea Recipe: भारतीय स्टाइल में परफेक्ट चाय कैसे बनाएं? यहां जानें स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस Puja Special Train: इस राज्य से बिहार के इन 2 स्टेशनों के लिए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, यात्रियों को बड़ी राहत.. चुनाव से पहले नीतीश कुमार का एक और बड़ा ऐलान: बेरोजगार युवाओं को मिलेगा 2 साल तक भत्ता Patna Highcourt: पटना हाईकोर्ट के वकीलों ने कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश का बहिष्कार किया, न्याय में लापरवाही का आरोप NITISH KUMAR : युवाओं को लेकर नीतीश सरकार ने किया बड़ा एलान, अब इन लोगों को हर महीने मिलेंगे 1000 रुपए Bihar News: बिहार में 36 हजार KM+ ग्रामीण सड़कों का हुआ कायाकल्प, इस मामले में अव्वल रहा यह जिला prashant kishor : ये इलू इलू क्या है..? BJP सांसद ने प्रशांत किशोर की खोली पोल -ई तो घोटाले में लालू यादव से भी बड़ा....
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 13 Nov 2024 12:23:42 PM IST
- फ़ोटो
SIWAN : बिहार के सिवान से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में परीक्षा के पहले दिन लगभग 100 छात्रों को स्कूल में प्रवेश नहीं मिला। इन्हें एंट्री नहीं मिलने कि वजह काफी अजीब है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसको लेकर काफी हंगामा भी किया गया और उसके बाद इस मामले में पुलिस को भी बुलाया गया।
दरअसल, एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में सभी छात्र जींस पहनकर स्कूल पहुंचे थे साथ ही इनकी उपास्थित भी 75 प्रतिशत से कम थी। परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिलने के बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद प्रधानाध्यापक ने पुलिस बुला ली। यहां सेंटअप परीक्षा शुरू होने के ठीक पहले 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति, बिना स्कूल ड्रेस एवं मोबाइल फोन के साथ आए छात्र-छात्राओं को प्रवेश से रोक दिया गया। इससे छात्र भड़क गए और हंगामा करने लगे। विद्यार्थी शांत नहीं हुए तो विद्यालय के हेडमास्टर लालबाबू कुमार ने पुलिस बुला ली।
वहीं, हेडमास्टर के बुलाने के बाद एसआइ सत्यनारायण मंडल पुलिस फोर्स के साथ विद्यालय पहुंचे और विद्यालय प्रशासन एवं विद्यार्थियों का पक्ष जाना। इसके बाद आक्रोशित विद्यार्थियों को शांत कराया। परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग 100 के करीब थी। छात्रों का आरोप था कि विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में कमरे नहीं हैं, इस कारण सभी छात्र-छात्राओं का विद्यालय में एक साथ उपस्थित होना संभव नहीं है। इसी कारण उनकी उपस्थिति कम है। ड्रेस कोड के बारे में पहले से नहीं बताया गया था।
उधर, वहीं इस पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित किया गया है, जिनकी उपस्थिति विद्यालय में 75 प्रतिशत से कम है। इसके अलावा जो छात्र स्कूल ड्रेस के बदले जींस पहनकर और मोबाइल लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रानिक सामान लाना तथा जींस पहनकर आना प्रतिबंधित है।