Bihar Crime News: खगड़िया में किशोर की निर्मम हत्या, मुंह में गोली मार निर्वस्त्र लाश बगीचे में फेंकी Bihar Rain Alert: बिहार के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी, अगले 3 घंटे बरतें विशेष सावधानी Bihar Politics: लालू प्रसाद ने क्यों दिया था ‘भूरा बाल साफ करों’ का नारा? नित्यानंद राय ने बताई असली बात Bihar Politics: लालू प्रसाद ने क्यों दिया था ‘भूरा बाल साफ करों’ का नारा? नित्यानंद राय ने बताई असली बात Bihar News: बिहार के इन जिलों में सड़कों के लिए 91 करोड़ की राशि स्वीकृत, चौड़ीकरण का होगा कार्य Bihar Crime News: बिहार में दिनदहाड़े 20 लाख कैश और 8 लाख के गहनों की चोरी, इलाज कराने पटना गया था परिवार Bihar News: 4 बच्चों को छोड़ प्रेमी संग फरार हुई महिला, पति ने दर्ज कराई FIR Bihar News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, बॉयफ्रेंड के साथ फरार हो गई पांच बच्चों की मां; पत्नी को ढूंढने की गुहार लगा रहा पति Bihar News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, बॉयफ्रेंड के साथ फरार हो गई पांच बच्चों की मां; पत्नी को ढूंढने की गुहार लगा रहा पति Bihar Teacher News: बिहार के पुरूष शिक्षकों के 'ट्रांसफर' को लेकर ACS एस.सिद्धार्थ का बड़ा बयान, जानें क्या कहा...
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 13 Nov 2024 12:23:42 PM IST
- फ़ोटो
SIWAN : बिहार के सिवान से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में परीक्षा के पहले दिन लगभग 100 छात्रों को स्कूल में प्रवेश नहीं मिला। इन्हें एंट्री नहीं मिलने कि वजह काफी अजीब है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसको लेकर काफी हंगामा भी किया गया और उसके बाद इस मामले में पुलिस को भी बुलाया गया।
दरअसल, एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में सभी छात्र जींस पहनकर स्कूल पहुंचे थे साथ ही इनकी उपास्थित भी 75 प्रतिशत से कम थी। परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिलने के बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद प्रधानाध्यापक ने पुलिस बुला ली। यहां सेंटअप परीक्षा शुरू होने के ठीक पहले 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति, बिना स्कूल ड्रेस एवं मोबाइल फोन के साथ आए छात्र-छात्राओं को प्रवेश से रोक दिया गया। इससे छात्र भड़क गए और हंगामा करने लगे। विद्यार्थी शांत नहीं हुए तो विद्यालय के हेडमास्टर लालबाबू कुमार ने पुलिस बुला ली।
वहीं, हेडमास्टर के बुलाने के बाद एसआइ सत्यनारायण मंडल पुलिस फोर्स के साथ विद्यालय पहुंचे और विद्यालय प्रशासन एवं विद्यार्थियों का पक्ष जाना। इसके बाद आक्रोशित विद्यार्थियों को शांत कराया। परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग 100 के करीब थी। छात्रों का आरोप था कि विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में कमरे नहीं हैं, इस कारण सभी छात्र-छात्राओं का विद्यालय में एक साथ उपस्थित होना संभव नहीं है। इसी कारण उनकी उपस्थिति कम है। ड्रेस कोड के बारे में पहले से नहीं बताया गया था।
उधर, वहीं इस पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित किया गया है, जिनकी उपस्थिति विद्यालय में 75 प्रतिशत से कम है। इसके अलावा जो छात्र स्कूल ड्रेस के बदले जींस पहनकर और मोबाइल लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रानिक सामान लाना तथा जींस पहनकर आना प्रतिबंधित है।