PATNA : कोरोना की दूसरी लहर ने सबके करीबियों को अपनी चपेट में लिया है. जेडीयू के विधायक अश्मित ऋषि देव की पत्नी मंजुला देवी की मौत इसी दूसरी लहर के दौरान हो गई. रानीगंज से जेडीयू के विधायक के अश्मित ऋषि देव की पत्नी मंजुला देवी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. लेकिन उनमें कोरोना के पूरे लक्षण थे. विधायक की पत्नी की मौत की खबर सुनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अश्मित ऋषि देव को फोन कर सांत्वना दी. मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान विधायक अश्मित ऋषि देव ने मुख्यमंत्री को यह बता दिया कि अगर समय पर वेंटिलेटर की सुविधा मिल जाती तो उनकी पत्नी की जान बच जाती.
दरअसल जेडीयू विधायक अश्मित ऋषि देव की पत्नी मंजुला देवी की तबीयत बहुत खराब थी और इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गई. उन्होंने अररिया के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ा. बुधवार की शाम उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. वह पिछले 8 दिनों से बीमार चल रही थी. डॉक्टरों ने विधायक की पत्नी को वेंटिलेटर और ऑक्सीजन लगाने की सलाह दी थी. लेकिन सदर अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं थी.
विधायक ने जब सदर अस्पताल में वेंटिलेटर को लेकर जानकारी जुटाई तो मालूम पड़ा है कि अस्पताल में 6 बेड के वेंटिलेटर तो है लेकिन सभी बंद है. इसके बाद डॉक्टरों ने विधायक को सलाह दी कि वह अपनी पत्नी को दूसरी जगह ले जाए. बाद में उन्हें फारबिसगंज कोविड-19 ले जाया गया. वहां जांच में कोरोना वायरस की जानकारी दी गई विधायक की पत्नी का ऑक्सीजन लेवल लगातार नीचे जा रहा था. फारबिसगंज में ऑक्सीजन लगाया गया पर वहां वेंटिलेटर की जरूरत बताई गई.
जेडीयू विधायक और उनके रिश्तेदारों ने कई जिलों में वेंटिलेटर युक्त बेड की तलाश की. मुरलीगंज में वेंटिलेटर युक्त एक पेड़ होने की जानकारी मिली लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही विधायक की पत्नी ने दम तोड़ दिया.
मीडिया में यह खबर सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के विधायक को फोन लगाया और वेंटिलेटर नहीं मिलने को लेकर उनसे जानकारी हासिल की. मुख्यमंत्री के पूछने पर विधायक अश्मित ऋषि देव ने अपनी सारी बात उन्हें बता दी. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते पत्नी को वेंटिलेटर मिल जाता या अस्पतालों में जो वेंटीलेटर बंद पड़े हैं, वह चालू रहते तो आज उनकी पत्नी सबके बीच होती.
उधर अररिया के सिविल सर्जन डॉक्टर एमपी गुप्ता ने कहा है कि रानीगंज विधायक की पत्नी को बुधवार को लाया गया था. कोविड-19 सिर्फ उन्हें सांस लेने में दिक्कत थी लेकिन जांच में वह पॉजिटिव नहीं पाई गई थी. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी सरकार को घेरा था. अब जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे मामले पर जानकारी ली है, तो जेडीयू विधायक अश्मित ऋषि देव ने मुख्यमंत्री को बता दिया है कि महामारी के इस दौर में जमीनी हकीकत क्या है.