PATNA: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दायर होने के बाद सियासत गर्म है. तेजस्वी को फंसाने का आरोप लगा रहे जेडीयू और राजद के नेताओं से बीजेपी ने तीखे सवाल पूछे हैं. बीजेपी ने कहा है कि महागठबंधन के किसी नेता में हिम्मत है तो बताये कि तेजस्वी यादव ने दिल्ली में 150 करोड़ का बंगला सिर्फ एक लाख में कैसे खरीद लिया. सवाल नीतीश कुमार से भी पूछा गया है कि क्या वे अपने दागी डिप्टी सीएम से इस्तीफा लेंगे.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नौकरी के बदले जमीन मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर चार्जशीट दायर होने के बाद क्या अब नीतीश कुमार उनसे इस्तीफा लेने की हिम्मत दिखायेंगे? 2017 में जब भ्रष्टचार के मामले में तत्कालीन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम आया था, तब मुख्यमंत्री ने उनसे विंदुवार जवाब मांगा था. अकेले में उनसे बात की थी और संतुष्ट न होने पर राजद के साथ गठबंधन तोड़ लिया था.
सुशील मोदी ने कहा कि उस समय भाजपा के बिना शर्त समर्थन देने से नीतीश कुमार की कुर्सी बच गई थी. लेकिन अब उनके लिए बीजेपी के दरवाजे बंद हो चुके हैं, इसलिए नीतीश कुमार ने लालू परिवार के भ्रष्टचार से समझौता कर लिया है. नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए हर समझौता कर सकते हैं.
बयानबाजी के बजाय सवालों का जवाब दें
सुशील मोदी ने कहा कि 2007 में जदयू के ललन सिंह ने ही नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद के खिलाफ सीबीआइ जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन सौंपा था. ललन सिंह के ज्ञापन और उनके ही उपलब्ध कराये दस्तावेजी सबूत के आधार पर जब लालू परिवार के खिलाफ जाँच आगे बढ रही है. अब ललन सिंह राजद से दोस्ती होने के कारण पलट कर सीबीआई और केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. दोस्त बदल लेने से सच नहीं बदल जाता.
सुशील मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जिन लोगों की करोड़ों रुपये की कीमती जमीन एके इन्फो सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के नाम लिखवायी गई, उस कंपनी को मात्र एक लाख रुपये में तेजस्वी यादव ने कैसे खरीद लिया? सिर्फ एक लाख रूपये में तेजस्वी यादव कैसे दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में आलीशान बंगले के मालिक बन गये. सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू और राजद के नेता बतायें कि रेलवे में ग्रेड-4 की नौकरी पाने वाले हृदयानंद चौधरी ने अपनी 70 लाख की जमीन तत्कालीन रेलमंत्री लालू यादव की बेटी हेमा यादव को दान में क्यों दे दिया था तेजस्वी यादव को राजनीतिक बयानबाजी करने के बजाय ऐसे सवालों का बिंदुवार जवाब देना चाहिए.